नई दिल्‍ली. रत्‍न शास्‍त्र को ज्‍योतिष की बहुत अहम शाखा माना गया है. रत्‍नों की मदद से कुंडली के निर्बल ग्रहों को मजबूत करके उनसे शुभ फल पाए जा सकते हैं. साथ ही शुभ ग्रहों को और मजबूत करके उनसे मिलने वाले फल को बढ़ाया जा सकता है. रत्‍न शास्‍त्र में 9 रत्‍न और 84 उपरत्‍न