बिलासपुर। नगर निगम क्षेत्र के जोन क्रमांक 4 के वार्ड-29 में बुधवार को महापौर ने निरीक्षण कर सड़क एवं नाली व्यवस्था की स्थिति का जायजा लिया। महापौर वार्डों में लगातार भ्रमण कर सफाई व्यवस्था, सड़क निर्माण और नाली कार्यों की जानकारी ले रही हैं। इस दौरान उन्होंने क्षेत्र में मौजूद आम नागरिकों से चर्चा
रायपुर. देवउठनी एकादशी के पावन अवसर पर मुख्यमंत्री निवास में श्रद्धा, भक्ति और पारंपरिक विधि-विधान के साथ तुलसी विवाह का आयोजन किया गया। मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय एवं उनकी धर्मपत्नी श्रीमती कौशल्या साय ने माता तुलसी एवं भगवान शालिग्राम का विवाह संपन्न कराया और सपरिवार पूजा-अर्चना की। मुख्यमंत्री श्री साय ने इस अवसर पर
बिलासपुर/ अनिश गंधर्व. जूना बिलासपुर सावधर्मशाला स्थित सार्वजनिक दुर्गोत्सव समिति का 49वां वर्ष धूमधाम के साथ पूरा हुआ। पंडाल में विराजी मां दुर्गा के चरणों में हजारों लोगों ने मत्था टेका और अपने अपने घर परिवार के लिए मन्नत मांगी। समितियों के एक-एक सदस्यों ने जी जान लगाकर माता की सेवा की। समिति
बिलासपुर/ अनिश गंधर्व। रोजी-रोजगार के देवता भगवान विश्वकर्मा की पूजा अर्चना सुबह से प्रारंभ हो गई है। शहर में जगह-जगह देवशिल्पी की मूर्ति स्थापित की गई। मजदूर वर्ग के अलावा, अभियंता संघ, सरकारी कार्यालय व चौक चौराहों में विश्वकर्मा जयंती मनाई जा रही है। शनिचरी बाजार, बुधवारी और बृहस्पति बाजार में मजदूर वर्ग के
बिलासपुर . राष्ट्रीय ब्राह्मण महासंघ जिला बिलासपुर की बहनों ने नवरात्रि के पावन पर्व पर सुहागन पूजा की यह पूजा संभाग प्रभारी मीनू दुबे एवं रश्मि शुक्ला के द्वारा सभी ब्राह्मण बहनों के बीच में हरदेव लाल मंदिर में रखी गई जिसमें सभी बहनों को सुहाग पूजा करके सुहाग सामग्री एवं मीठे का प्रसाद वितरित
रायपुर. मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने आज जशपुर जिले स्थित अपने गृह ग्राम बगिया मुख्यमंत्री कैंप कार्यालय का धर्मपत्नी के साथ शुभारंभ किया। मुख्यमंत्री कैंप कार्यालय का उद्देश्य जनता अपनी बातों को मुख्यमंत्री जी तक पहुंचा सकें और मुख्यमंत्री जनता का निकट एवं निरन्तर संपर्क बना रहे इस उद्देश्य से कैंप कार्यालय का शुभारंभ
https://youtu.be/0npLW96IBzM भक्तीमय महौल में पचरीघाट में किया गया विर्सजन बिलासपुर/अनिश गंधर्व. गौरी-गौरा की पूजा भगवान शिव- पार्वती के रूप में की जाती है। ग्रामीण क्षेत्र में इस पर्व को धूमधाम से मनाया जाता है। शहर के जुनाबिलासपुर परिक्षेत्र में भी इस पर्व को धूमधाम से मनाया गया। दयालबंद, नारियल कोठी, डोंगाघाट, करबला, कतियापारा आदि