हनुमान जी की इन बातों को सुनकर छलक आईं माता सीता की आंखें
हनुमान जी ने सीता जी के सामने जब प्रभु राम की दी हुई अंगूठी गिराई तो उन्होंने उसे अपने हाथों में लिया और पहचान कर...
सुबेल पर्वत से प्रभु राम ने चलाया एक बाण, टूट गया था रावण का छत्र-मुकुट
रावण के पुत्र प्रहस्त और पत्नी मंदोदरी ने उसे समझाने का बहुत प्रयास किया कि सीता को वापस कर युद्ध से बचा जा सकता है...