प्रयागराज: “महाकुम्भ एक ऐसा समय है जब हम क्षणभंगुर से शाश्वत की ओर, व्यक्तिगत चेतना से ब्रह्म चेतना की ओर बढ़ते हैं। यह अपने सत्य को केवल बौद्धिक रूप से नहीं, बल्कि अनुभव के स्तर पर जानने का समय है।” – गुरुदेव श्री श्री रवि शंकर महाकुंभ मेला, जो भारतीय संस्कृति और आध्यात्मिकता का एक