मुंबई /अनिल बेदाग. आदमी ने नियम बनाये, आदमी ने लागू किये, औरत तो बैचारी पालन करती आ रही है, उनमे से एकाध औरत ने की अपने मन की, तो हो गई वो बुरी, वो एकाध औरत मैं हूँ। हर महिला का प्रतिबिंब है “प्यारी” क्योंकि वास्तव में ‘हर नारी है प्यारी’। ओमशील प्रोडक्शन के बैनर