पुणे. भारत में कोरोना वायरस (Coronavirus in India) का संक्रमण लगातार बढ़ता जा रहा है और अब तक देशभर में 3.2 करोड़ लोग संक्रमित हो चुके हैं. इस बीच अच्छी खबर आई है और महाराष्ट्र के कोल्हापुर की कंपनी आईसेरा बॉयोलॉजिकल (iSera Biological) कोविड-19 की नई दवा (Covid-19 Medicine) का परीक्षण कर रही है, जिससे
नई दिल्ली. देश में कोरोना की रफ्तार थामने के लिए लगातार वैक्सीनेशन (Vaccination) अभियान जोर-शोर से चलाया जा रहा है और सभी व्यस्कों के टीकाकरण की शुरुआत हो चुकी है. लेकिन आए दिन राज्यों की ओर से वैक्सीन की कमी की शिकायतें भी आ रही हैं जिससे टीकाकरण अभियान प्रभावित हो रहा है. ऐसे में
लंदन. कोरोना (Coronavirus) के बढ़ते खतरे के बीच वैक्सीन को लेकर एक अच्छी खबर सामने आई है. ब्रिटेन (Britain) में किए गए एक अध्ययन में पाया गया है कि ऑक्सफोर्ड-एस्ट्राजेनेका (Oxford Astrazeneca) की वैक्सीन कोरोना के खिलाफ जंग में 90 फीसदी कारगर है. भारत में यह वैक्सीन कोविशील्ड (Covishield) के नाम से लगाई जा रही है,
नई दिल्ली. भारत में कोरोना वैक्सीन कोविशील्ड (Covishield) बना रही कंपनी सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (SII) के सीईओ अदार पूनावाला (Adar Poonawalla) के बाद उनके पिता साइरस पूनावला (Cyrus Poonawalla) भी लंदन जा चुके हैं. हालांकि उन्होंने देश छोड़ने के आरोपों से इनकार करते हुए इसे दुर्भाग्यपूर्ण बताया है. लंदन जाने पर ये कहा इंडियन
वॉशिंगटन. कोरोना (Coronavirus) से जंग में वैक्सीन रूपी हथियार देने वाले सीरम इंस्टीट्यूट (Serum Institute of India) के सीईओ अदार पूनावाला (Adar Poonawalla) को प्रतिष्ठित मैगजीन फॉर्च्यून (Fortune) ने दुनिया के 50 महान लीडर्स की सूची में शामिल किया है. खास बात यह है कि पूनावाला को टॉप-10 में जगह दी गई है. वह टॉप-10 में
पुणे. कोरोना (Coronavirus) से जंग में एक राहत देने वाली खबर सामने आई है. 16 जनवरी से प्रस्तावित वैक्सीनेशन के लिए कोविशील्ड वैक्सीन का पहला लॉट पुणे स्थित सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (SII) से रवाना हो गया है. कोविशील्ड (Covishield) वैक्सीन ले जाने वाले तीन ट्रक सीरम इंस्टीट्यूट से मंगलवार सुबह तड़के पुणे के अंतरराष्ट्रीय
नई दिल्ली. केन्द्रीय औषधि नियामक ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (Drugs Controller General of India) ने फार्मा कंपनी एस्ट्राजेन ( Astra Zen) के द्वारा ऑक्सफोर्ड कोविड-19 टीके का अन्य देशों में नैदानिक परीक्षण बंद किए जाने और टीके के ‘गंभीर प्रतिकूल प्रभावों की खबरों’ के संबंध में सूचना नहीं देने को लेकर सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ