नई दिल्‍ली. एक छात्र को राष्‍ट्रविरोधी गतिविधियों के कारण दोषी मानते हुए दो साल की सजा दी गई थी. तब उसे जेल जाने की वजह क्‍लासिक साहित्‍य पढ़ने को कहा गया था लेकिन जब उसने इसमें इंटरेस्‍ट नहीं दिखाया तो जज ने कहा कि अब शेक्‍सपीयर को पढ़ो. दो साल की सुनाई गई थी सजा दरअसल