बिलासपुर. नागरी लिपि परिषद नई दिल्ली की मारीशस इकाई द्वारा वैश्विक लिपि के रूप में नागरी लिपि विषयक अंतरराष्ट्रीय स्तर पर चर्चा के लिए डॉ.विनय कुमार पाठक पूर्व अध्यक्ष छत्तीसगढ़ राजभाषा आयोग और कुलपति, थावे विद्यापीठ को विशेष मंतव्य देने के लिए आमंत्रित किया गया है। उल्लेखनीय है कि यह वेबिनार भारतीय समय के
बिलासपुर. 12 जुलाई की दोपहर गरिमामय विमोचन एवं सम्मान समारोह के मुख्यअतिथि छत्तीसगढ़ राजभाषा आयोग के (राज्य मंत्री दर्जा प्राप्त)पूर्व अध्यक्ष एवं थावे विद्यापीठ के कुलपति डॉ.विनय कुमार पाठक जी ने कहा-बुक्स क्लिनिक एवं साहित्यग्राम प्रकाशन द्वारा प्रकाशित गुड्डु कुमार राणा द्वारा लिखित आत्मकथात्मक कृति अतिसामान्य व्यक्ति के उम्मीद की किरणों से आलोकित होने
बिलासपुर. डा : विनय कुमार पाठक के संम्मान हेतु वंदे मातरम् मित्र मंडल एवं आर्यावर्त ब्राह्मण संगठन की ओर से, डा विनय कुमार पाठक को उनके उपलब्धियों के लिए संम्मानित किया गया।। यह कार्यक्रम आर्यावर्त ब्राह्मण संगठन (महिला प्रकोष्ठ) की प्रदेश अध्यक्ष डा शोभाअशोक त्रिपाठी के निवास पर संपन्न हुआ। बंदे मातरम् मित्र मंडल के
वार्षिक आमसभा में लिया गया निर्णय बिलासपुर. थावे विद्यापीठ गोपालगंज(बिहार)के कुलपति डॉ. विनय कुमार पाठक जी ने एक वक्तव्य में सूचित किया है-विद्यापीठ में सम्पन्न हुए वार्षिक आमसभा में निर्णय लिया गया है कि हिंदी और बिहार की लोकभाषाओं के साथ अब शोधकार्य,कर्मशाला और संगोष्ठी के लिए छत्तीसगढ़ी को भी स्थान दिया जायेगा। उन्होंने बताया
“सुमिरन” भजन संग्रह विमोचित भजनों की संगीतमय प्रस्तुति बिलासपुर. वरिष्ठ साहित्यकार व छत्तीसगढ़ राजभाषा आयोग के पूर्व अध्यक्ष डॉ.विनय कुमार पाठक ने कहा कि कई लोग भजन को साहित्य नहीं मानते पर भारतीय संस्कृति में आध्यात्म और संस्कृति के बिना यदि कोई साहित्य रचा रहा है तो वह भारतीय साहित्य नहीं हो सकता। भक्ति
मुख्यमंत्री, केबिनेट तथा समस्त विधायक छत्तीसगढ़ी में शपथ लेकर छत्तीसगढ़ महतारी का मान बढ़ाएं बिलासपुर. नवगठित विधानसभा के सभी सदस्यों को छत्तीसगढ़ी महतारी के मान और गौरव को बढ़ाने के लिये छत्तीसगढ़ी भाषा में शपथ लेने कि अपील करते हुए डॉ. विनय कुमार पाठक पूर्व अध्यक्ष छत्तीसगढ़ राजभाषा आयोग ने कहा कि छत्तीसगढ़ राज्य निर्माण
बिलासपुर. आधुनिक संचार माध्यमों की तमाम चुनौतियों के बीच जनता को किताबों की दुनिया में लौटाने और पुस्तक संस्कृति से जोड़ने के लिए डाॅ.सी.वी.रामन् विश्वविद्यालय द्वारा विश्वरंग कार्यक्रम का आयोजन किया रहा है। इस कार्यक्रम के तहत 7 सितंबर से 19 सितंबर तक पुस्तक यात्रा का आयोजन किया जा रहा है। यह यात्रा डाॅ.सी.वी.रामन् विश्वविद्यालय