रायपुर. मन चंगा तो कठौती में गंगा, यह संत शिरोमणि रविदास ने कहा था। यदि ठान लिया जाए तो कुछ भी असंभव नहीं। प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना के आरंभ होने से रविदास समाज के सपनों को पूरा करने की दिशा में आवश्यक वित्तीय संसाधन उपलब्ध हो गये हैं। अपने व्यवसाय को आगे ले जाने के लिए