बिलासपुर. जिले के औद्योगिक क्षेत्र सिरगिट्टी, तिफरा एवं सिलपहरी में स्थित उद्योगों से भू-भाटक एवं संधारण शुल्क की बकाया राशि करोड़ों में है, जिसकी वसूली के लिये छ०ग० शासन वाणिज्य एवं उद्योग विभाग के सचिव द्वारा निरंतर समीक्षा की जा रही है। इस संदर्भ में जिला व्यापार एवं उद्योग केन्द्र के मुख्य महाप्रबंधक द्वारा भू-भाटक
6वीं बार ‘सर्वश्रेष्ठ पेटेंट पोर्टफोलियो’ और 4वीं बार ‘सर्वश्रेष्ठ ट्रेडमार्क पोर्टफोलियो’ का पुरस्कार हासिल किया टिकाऊ कृषि उत्पादों और समाधानों में ग्लोबल लीडर यूपीएल को कन्फेडरेशन ऑफ इंडियन इंडस्ट्री (CII) इंडस्ट्रियल आईपी अवार्ड्स 2024 में “सर्वश्रेष्ठ पेटेंट और ट्रेडमार्क पोर्टफोलियो” पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। कंपनी को यह पुरस्कार लाइफ साइंसेज, फार्मा और एग्रीकल्चर साइंसेज जैसे बड़े पोर्टफोलियो वाले सेगमेंट के लिए प्रदान किया गया है। कंपनी को लगातार छठे वर्ष “सर्वश्रेष्ठ पेटेंट पोर्टफोलियो” और चौथी बार “सर्वश्रेष्ठ ट्रेडमार्क पोर्टफोलियो” का पुरस्कार भी मिला है, जो आईपी प्रबंधन में नवाचार और उत्कृष्टता के प्रति यूपीएल की अटूट प्रतिबद्धता को दर्शाता है। पुरस्कार ग्रहण करते हुए, यूपीएल के ग्लोबल आईपी हेड, डॉ. विशाल सोधा ने कहा, “यूपीएल एक आईपी-चालित संगठन है, और हम किसान-केंद्रित स्थायी नवाचारों को बढ़ावा देना जारी रखेंगे। यह प्रतिष्ठित सम्मान हमें किसानों की समस्याओं का स्थायी समाधान देने और समुदायों व उपभोक्ताओं की जरूरतें पूरी करने के लिए नवाचारों के निर्माण और संरक्षण की दिशा में और प्रेरित करेगा। हमारे बड़े पेटेंट और ट्रेडमार्क पोर्टफोलियो को सीआईआई द्वारा मान्यता दी गई है; यह इस बात का प्रमाण है कि यूपीएल वैश्विक स्तर पर मजबूत ब्रांड का निर्माण और संरक्षण कर रहा है।“ यूपीएल के पास वर्तमान में 2,500 से अधिक स्वीकृत पेटेंट और लगभग 4,300 विचाराधीन अनुप्रयोग हैं, जो उसके मजबूत आईपी पोर्टफोलियो को दर्शाते हैं। यूपीएल के ट्रेडमार्क पोर्टफोलियो में 17,000 से अधिक पंजीकृत ट्रेडमार्क और लगभग 13,000 विचाराधीन अनुप्रयोग शामिल हैं। अपने मजबूत पेटेंट और ट्रेडमार्क पोर्टफोलियो के साथ, यूपीएल कृषि क्षेत्र की महत्वपूर्ण चुनौतियों को हल करने के लिए प्रौद्योगिकी और नवाचार का लाभ उठाने में उद्योग में अग्रणी मुखिया के रूप में अपनी भूमिका को और भी मजबूत करता है। सीआईआई इंडस्ट्रियल आईपी अवार्ड्स उन उद्यमों का उत्सव मनाते हैं, जिन्होंने आईपी जनरेशन, प्रोटेक्शन और कमर्शियलाइजेशन को अपनाकर अपने व्यवसायों और आर्थिक विकास को बढ़ावा दिया है। यह पुरस्कार यूपीएल के उन अभिनव कृषि समाधानों को मान्यता देता है, जो किसानों की जरूरतों को पूरा करते हैं और अधिक स्थायी खाद्य प्रणालियों की ओर परिवर्तन को मान्यता देते हैं।
भारत – होम सेफ्टी सॉल्यूशंस में अग्रणी, लॉक्स बाय गोदरेज एंड बॉयस ने देश के टियर 2 और टियर 3 शहरों में अपने बाजार में तेजी लाने के लिए पूरी तैयारी कर ली है। इन क्षेत्रों के तेजी से शहरीकरण और लोगों के डिजिटल तौर–तरीके अपनाने में वृद्धि के साथ कंपनी की कोशिश है कि सिक्योरिटी सॉल्यूशंस से संबंधित बाजार के महत्वपूर्ण हिस्से को हासिल किया जाए। इस दिशा में आगे बढ़ते हुए कंपनी अपनी प्रॉडक्ट ऑफरिंग्स और रिटेल मौजूदगी को रणनीतिक रूप से बढ़ा रही है। ब्रांड का ध्यान सिक्योरिटी सॉल्यूशंस को खरीदने की लोगों की क्षमता, इनोवेशन और स्थानीय जरूरतों पर है, जिससे इसके विस्तार को गति मिलने की उम्मीद है। इस तरह कंपनी हर भारतीय घर में अत्याधुनिक सुरक्षा समाधान पहुंचाने के अपने विजन के साथ आगे बढ़ रही है। मार्केट रिसर्च के अनुसार, डिजिटल लॉक जैसे घरेलू सुरक्षा उत्पादों को अपनाने में वृद्धि के साथ, टियर 2 और टियर 3 शहरों से 2030 तक डिजिटल अर्थव्यवस्था में 530 बिलियन डॉलर से अधिक का योगदान करने की उम्मीद है। इस अवसर के जवाब में, लॉक्स बाय गोदरेज एंड बॉयस ने इन शहरों के लिए अपनी गो–टू–मार्केट रणनीति को और बेहतर बनाया है। इस दौरान स्थानीय माहौल के अनुकूल मूल्य निर्धारण, कम्युनिटी आउटरीच और आउटडोर रिटेल काउंटरों पर बढ़ी हुई मौजूदगी पर ध्यान केंद्रित किया गया है। लॉक्स बाय गोदरेज एंड बॉयस का ध्यान इस बात पर भी केंद्रित है कि टियर 2 और 3 शहरों के लोग किस प्राइस रेंज के प्रॉडक्ट खरीद सकते हैं। इसके अनुरूप काम करते हुए लॉक्स बाय गोदरेज एंड बॉयस ऐसे घरेलू सिक्योरिटी सॉल्यूशंस की पेशकश कर रहा है जो इनोवेशन या क्वालिटी से समझौता किए बिना 50 प्रतिशत से अधिक सस्ते हैं। यह मूल्य निर्धारण रणनीति अत्याधुनिक घरेलू सुरक्षा तकनीक को व्यापक दर्शकों के लिए सुलभ बनाती है, जिसमें पहली बार घर खरीदने वाले और अपने मौजूदा सुरक्षा सिस्टम को अपग्रेड करने वाले दोनों शामिल हैं। उन्नत सुरक्षा सुविधाओं के साथ लोगांे की खरीद क्षमता का ध्यान रखने से कंपनी यह सुनिश्चित करती है कि विभिन्न आय वर्गों के उपभोक्ता इसके विश्वसनीय और भरोसेमंद उत्पादों से लाभ उठा सकें। इसके अलावा, कंपनी एक मजबूत, हाइपर–लोकल रिटेल रणनीति अपना रही है और रोलिंग शटर, राजमार्गों के किनारे वॉल साइनेज और रिटेल काउंटरों पर प्रॉडक्ट डिस्प्ले के माध्यम से आउटडोर ब्रांडिंग को लागू कर रही है। स्थानीय ठेकेदारों और बढ़ई को नामांकित किया जा रहा है, ताकि इन समुदायों के भीतर विश्वास को और बढ़ाया जा सके।
रायपुर. मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने कहा है छत्तीसगढ़ में निवेश करने वाले और उद्योग लगाने वाले उद्यमियों को राज्य सरकार की ओर से हर संभव सहयोग प्रदान किया जाएगा। हमारी सर्वाेच्च प्राथमिकता सुशासन और भ्रष्टाचार के प्रति जीरो टॉलरेंस की नीति है। इसी क्रम में आज निवेशकों और नए उद्योग लगाने वालों की
बिलासपुर. व्यापार मेला हर दिन यहां होने वाले सांस्कृतिक व मनोरंजक कार्यक्रमों के चलते हजारों लोगों को लुभा रहा है। पहले दिन महानायक के हमशक्ल शशिकांत पेडवाल ने उपस्थित भीड़ का दिल जीत लिया। दूसरे दिन इंडिया गॉट टैलेंट के विजेता,अबुझमाड़ बस्तर के बच्चों ने मलखंभ के हैरतअंगेज प्रदर्शन से दर्शकों की भरपूर सराहना एवं
बिलासपुर. शहर के प्रतिष्ठित व्यापारियों द्वारा साइंस कॉलेज मैदान में बीएनआई व्यापार मेले का आयोजन 10 जनवरी से किया गया है। मेले के शुभारंभ में भारी संख्या में शहरवासी शामिल हुए। मेले के दूसरे दिन स्टॉलों में सुबह से ही लोगों की भीड़ रही। 20 वर्षों पुरानी सांस्कृतिक व व्यवसायिक परम्परा का निर्वाह कर रहे
विधानसभा बिल्हा के ग्राम अमेरी अकबरी में विकसित भारत संकल्प यात्रा में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए पूर्व विधानसभा अध्यक्ष धरम लाल कौशिक बिलासपुर. पूर्व विधानसभा अध्यक्ष धरमलाल कौशिक ने विधानसभा बिल्हा के ग्राम अमेरी अकबरी में आयोजित विकसित भारत संकल्प यात्रा में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए इस मौके पर
आयात-निर्यात को लेकर उद्योगपतियों एवं व्यापारियों में विचार-विमर्श डीजीएफटी द्वारा कार्यशाला का आयोजन बिलासपुर. विदेश व्यापार महानिदेशालय (डीजीएफटी) नागपुर द्वारा बिलासपुर जिले में निर्यात को बढ़ावा देने और निर्यात केंद्र के रूप में विकसित करने के लिए जिला पंचायत के सभाकक्ष में एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला का आयोजन जिला प्रशासन और