ज्ञान के सभी क्षेत्र में हो तकनीकी की पहुंच : कुलपति प्रो. रजनीश कुमार शुक्ल
वर्धा. अध्यापन के क्षेत्र में नई तकनीकी का प्रयोग करते हुए ज्ञान के सभी क्षेत्र में तकनीकी की पहुंच समय की आवश्यकता है। यह विचार महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. रजनीश कुमार शुक्ल ने व्यक्त किये। वे विश्वविद्यालय में आईसीटी आधारित कक्षाओं एवं ऑनलाइन कार्यक्रम संचालित करने के लिए शिक्षकों के दो दिवसीय (25-28 अगस्त) प्रशिक्षण कार्यक्रम के उद्घाटन के अवसर पर संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि वर्तमान परिस्थिति को ध्यान में रखते हुए हमें मिश्र पद्धति से कक्षाओं का संचालन करना होगा साथ ही विद्यार्थी कक्षा में नियमित रूप से उपस्थित हों इसके लिए रूचिकर वातावरण तैयार करना होगा। उन्होंने विश्वास जताया कि अध्यापन में आईसीटी आधारित कक्षाओं के प्रयोग से विश्वविद्यालय श्रेष्ठ विश्वविद्यालयों में अग्रसर होगा। कुलपति प्रो. शुक्ल ने कहा कि अध्यापन में नई तकनीक के प्रयोग के लिए विश्वविद्यालय प्रमुखता दे रहा है और इस चुनौतीभरे कार्य को कार्यान्वित करने के लिए अध्यापकों को प्रशिक्षित भी कर रहा है।
इस अवसर पर प्रतिकुलपति प्रो. चंद्रकांत रागीट और मानविकी एवं सामाजिक विज्ञान विद्यापीठ के अधिष्ठाता प्रो. मनोज कुमार मंचासीन थे। प्रशिक्षण कार्यक्रम में टेकबिन सिस्टम, पुणे के सौरभ खेर ने तकनीकी उपकरणों के प्रयोग से संबंधित जानकारी दी। प्रशिक्षण कार्यक्रम की जानकारी देते हुए लीला प्रभारी डॉ. गिरीश चंद्र पाण्डेय ने कहा कि विश्वविद्यालय में आईसीटी आधारित कक्षाओं के संचालन के लिए कक्ष तैयार किये गये हैं जिसके चलते शिक्षक तकनीकी की दृष्टि से समृद्ध हो सकेंगे। कार्यक्रम का संचालन साफ्टवेअर एसोशिएट हेमलता गोडबोले ने किया तथा धन्यवाद सिस्टम एनालिस्ट अंजनी कुमार राय ने ज्ञापित किया। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के विभिन्न विद्यापीठों के अधिष्ठातागण, विभागाध्यक्ष एवं अध्यापकों ने सहभागिता की।