November 22, 2024

Omicron को लेकर बढ़ी टेंशन, हाई रिस्क देशों से यहां आए 6 यात्री निकले पॉजिटिव

मुंबई. दक्षिण अफ्रीका समेत बाकी हाई रिस्क वाले देशों से महाराष्ट्र पहुंचे 6 यात्री कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए हैं और उनके सैंपल जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेज दिये गए हैं. कोरोना के नए वेरिएंट ओमिक्रॉन को लेकर पैदा हुई चिंताओं के बीच महाराष्ट्र के स्वास्थ्य विभाग ने मंगलवार को यह जानकारी दी है.

इन इलाकों में मिले संक्रमित

दक्षिण अफ्रीका और अन्य देशों से आए ये मुसाफिर मुंबई महानगर पालिका, कल्याण-डोंबिवली, मीरा-भयंदर और पुणे नगर निगम सीमाओं में मिले हैं. नाइजीरिया से पहुंचे दो यात्री पुणे से सटे पिंपरी-चिंचवाड़ निगम क्षेत्र में मिले हैं.

स्वास्थ्य विभाग ने कहा, ‘वर्तमान में 6 यात्री हैं जो दक्षिण अफ्रीका या अन्य हाई रिस्क वाले देशों से राज्य में आए हैं जो जांच में संक्रमित पाये गए हैं. इन सभी के सैंपल जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेजे गए हैं और उनके सम्पर्क में आये व्यक्तियों का पता लगाने की कवायद चल रही है. ये सभी यात्री, हालांकि जांच में कोरोना संक्रमित पाये गए हैं, लेकिन ये सभी या तो बिना लक्षण वाले हैं या इनमें लक्षण हल्के हैं.’

WHO ने बताया ‘वेरिएंट ऑफ कंसर्न’

विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने 26 नवंबर को दक्षिण अफ्रीका और कुछ अन्य देशों में सामने आये कोरोना वायरस के नये वेरिएंट को ओमिक्रॉन नाम दिया था. WHO ने ओमिक्रॉन वेरिएंट को ‘वेरिएंट ऑफ कंसर्न’ घोषित किया है. विशेषज्ञों ने आशंका जताई है कि वायरस में आनुवंशिक परिवर्तन के कारण, इसमें कुछ विशिष्ट विशेषताएं हो सकती हैं.

हालांकि इस नये वेरिएंट के चलते संक्रमण में वृद्धि की आशंका बढ़ गई है, लेकिन अभी भी इस बात पर पर्याप्त स्पष्टता नहीं है कि यह गंभीर बीमारी का कारण बनेगा या नहीं और क्या यह इम्यूनिटी से बचा सकता है. इस बारे में अगले दो सप्ताह में और ज्यादा जानकारी मिलने की उम्मीद है.

केंद्र ने अपडेट की गाइडलाइन

विभाग ने कहा कि इसके अतिरिक्त, जिन यात्रियों की RT-PCR जांच रिपोर्ट निगेटिव आई हैं, उन्हें भी फिर से जांच से पहले सात दिनों के लिए क्वारंटीन में रखा जाएगा. स्वास्थ्य बुलेटिन में कहा गया है, ‘अगर वे इस बार भी संक्रमित पाये पाए जाते हैं, तो उनके सैंपल जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेजे जाएंगे.’ केंद्र के गाइडलाइन के मुताबिक, लिस्टेड देशों के अलावा अन्य देशों से आने वाले 5 फीसदी यात्रियों की RT-PCR टेस्ट बिना क्रम के की जाएगी और संक्रमित पाये गए व्यक्तियों के सैंपल जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेजे जाएंगे.

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