जनता का विश्वास खो चुकी भाजपा अब अविश्वास प्रस्ताव लाने का नाटक कर रही है
भूपेश सरकार में विधानसभा के 15 सत्र हो चुके हैं इसमें भाजपा का प्रदर्शन जीरो रहा
रायपुर. प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि जनता का विश्वास खो चुकी भाजपा अब पंचम विधानसभा के आखिरी सत्र में अविश्वास प्रस्ताव लाने का नाटक कर रही है। भूपेश सरकार में विधानसभा के 15 सत्र पूर्ण हो चुके हैं इसमें भाजपा का प्रदर्शन जीरो रहा है और पांचवीं विधानसभा के पावस सत्र में भाजपा के पास मुद्दा नहीं है इसलिए राजनीति करने और मीडिया में बने रहने के लिए अविश्वास प्रस्ताव लाने का ढोंग कर रही है नाटक और नौटंकी कर रही है।
प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि पंचम विधानसभा के 15 सत्र में भाजपा 1 दिन भी पूरे सत्र में व्यवस्थित रूप से बिना हो हंगामा किए बैठ ही नहीं पाई उनका पूरा मकसद सत्र को प्रभावित करना और जनहित के कार्यों पर अड़ंगा लगाना रहा है। भाजपा के विधायक सवाल लगाकर जवाब सुनने से पहले पीठ दिखाकर सत्र से भाग जाते थे और यह दृश्य पूरा छत्तीसगढ़ ने देखा है कि किस प्रकार से भाजपा के विधायक भूपेश सरकार के द्वारा जनहित में लिए जा रहे फैसलों को रोकने के लिए अवरोध उत्पन्न करते थे।
प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की सरकार ने विधानसभा चुनाव के दौरान जनता से किए 36 बिंदुओं के वादों में से 95 प्रतिशत वादों को पूरा किया है। प्रदेश में किसानों को 2660 रु. और 2640 रुपए धान की कीमत मिल रहा है जो देश के किसी भी राज्यों में इतनी कीमत नहीं दिया जा रहा है। 44 लाख उपभोक्ताओं को बिजली बिल हाफ योजना का लाभ मिल रहा है। किसानों की कर्ज माफी, सिंचाई कर माफ, महिला स्व सहायता समूह की कर्ज माफी, 2500 रु. बेरोजगारी भत्ता, 5 लाख से अधिक युवाओं को रोजगार 50 हजार से अधिक सरकारी पदों पर सीधी भर्ती आंगनबाड़ी, मितानिन होमगार्ड के जवान कोटवार पटेल के मानदेय में वृद्धि किया गया है। शासकीय कर्मचारियों के लिए सप्ताह में 2 दिन का अवकाश ओल्ड पेंशन स्कीम को लागू किया गया है अनुकंपा नियुक्ति में पूर्व सरकार के द्वारा लगाई गई सीलिंग को हटाया गया है साथ ही अनेक जनकल्याणकारी योजना बनाकर छत्तीसगढ़ को खुशहाल किया है यह भाजपा के विधायकों को पच नहीं रहा है इसलिए भाजपा अब आखिरी सत्र में भी हंगामा करने के लिए और सत्र को प्रभावित करने के लिए इस प्रकार से अविश्वास प्रस्ताव लाने की बात कर रही है।