बढ़ती उम्र का असर रोक देता है विपरीत करनी आसन, पर करते वक्त न करें ये गलतियां
भारत के अलावा विदेशों में भी योग की ओर लोगों ने रुख करना शुरू कर दिया है। यूं तो हर योगासन के अपने ही कुछ लाभ हैं। लेकिन आज जिस आसन को करने के फायदे और तरीके हम आपको बताएंगे। इसका नाम है विपरीत करनी यानी Legs UP Pose. आइए जानते हैं इसके फायदे, नुकसान और करने का तरीका।
आज कल की जीवनशैली में खुद को शारीरिक और मानसिक रूप से स्वस्थ रखने के लिए जरूरी है कि हम किसी प्रकार की एक्सरसाइज या योग करें। इनमें आयुर्वेद से लेकर विज्ञान भी योग की तरफदारी अधिक करता है। योग के जरिए ना केवल आप स्वस्थ रहते हैं बल्कि आपकी एकाग्रता बढ़ती है और आप इसके कई तरह की बीमारियों से भी बचे रह सकते हैं।
योग के सबसे सरल आसनों में से एक लेग्स अप पोज। इसके फायदे पीरियड्स से लेकर गठिया जैसी बीमारी में भी देखे जाते हैं। लेकिन लेग्स अप सही तरह से करने का एक तरीका है। अगर आप इसे सही तरीके से नहीं करते तो आपको कुछ समस्याएं भी हो सकती हैं। लिहाजा आप इस आसन से जुड़े फायदे, सावधानियों और तरीके के बारे में विस्तार से हमारे साथ जानिए।
विपरीत करनी आसन के फायदे
दोस्तों किसी भी चीज के फायदे केवल आपको तभी देखने को मिलते हैं जब आप उन्हे नियमित रूप से करते हैं। इसी तरह अगर आप लेग्स अप पोज को नियमित रूप से अपनी दिनचर्या में शामिल करते हैं, तो इसके जरिए आपको कुछ फायदे हो सकते हैं जो कुछ इस प्रकार हैं।
- अगर आपको कानों और आंखों से जुड़ी किसी प्रकार की समस्या है तो आपको यह लेग्स अप पोज बहुत फायदा पहुंचा सकता है। जानकारों की मानें तो इस आसन से आंखों और कानों से जुड़ी समस्याओं को समाप्त किया जा सकता है।
- अगर आपका चेहरा अक्सर मुरझाया रहता है तो इस आसन को नियमित रूप से करने से आपके चेहरे की रंगत निखरने लगती है।
- लेग्स अप पोज आसन को अगर आप रोजाना सही प्रकार से करते हैं तो इससे आपकी तंत्रिका तंत्र यानी नर्वस सिस्टम को भी आराम मिलता है।
- ऐसी महिलाएं जिन्हें मासिक धर्म से जुड़ी किसी प्रकार की समस्या होती है उन्हे भी यह आसन लाभ पहुंचाता है।
- ब्लड प्रेशर या गठिया जैसी लाइलाज बीमारियों से लड़ने में भी लेग्स अप पोज आपकी काफी सहायता करता है।
विपरीत करनी आसन करने का तरीका
- इस आसन को करने के लिए सबसे पहले आप जमीन पर एक मैट बिछाएं और पीठ के बल लेट जाएं।
- अब अपने पैरों को आकाश की ओर बिल्कुल सीधा करें। इस दौरान आपकी कमर का 70 प्रतिशत भाग भी ऊपर की ओर होनी चाहिए।
- आसन करते समय आपके हाथ आपकी कमर के निचले हिस्से पर रहेंगे। इससे आपका संतुलन पूरी तरह बना रहेगा।
- अपने फेस को थोड़ा सा पीछे की ओर रखिए।
- अब कुछ देर ऊपर होल्ड करने के बाद धीरे धीरे वापस पोजीशन में आ जाएं।
- अगर आपको सर्वाइकल की समस्या है तो यह आसन आपके लिए नहीं है।
- अगर आपकी गर्दन में किसी तरह की चोट लगी हुई है तो भी आप इस आसन को करने से बचें।
- हाई ब्लड प्रेशर के मरीज भी लेग्स अप योगासन करने से बचें।
- अगर आपको अस्थमा की शिकायत है तो आप इस आसन को बिल्कुल भी ना करें।