लाखों के लेनदेन में फंसे युवक की आत्महत्या पर रहस्य बरकरार, मृतक के परिजनों ने पूर्व मंत्री अमर अग्रवाल से लगाई न्याय की गुहार

बिलासपुर/अनिश गंधर्व. विकास खोजो अभियान में निकले पूर्व मंत्री अमर अग्रवाल जब वार्डों में पहुंचे तो लोगों ने अपनी समस्या उन्हें बताई। जमीन की लूटमारी, पुलिस कार्यवाही में लापरवाही के साथ-साथ कई ऐसे चौकाने वाले मामलों से पूर्व मंत्री अमर अग्रवाल अवगत कराया गया। अमर अग्रवाल भी अच्छी तरह से जानते हैं कि कांग्रेस शासनकाल में प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा जमकर घालमेल किया गया है, नेताओं के संरक्षण में अवैध कब्जा व विवादित जमीनों का सौदा किया जा रहा है। कुम्हार पारा में रहने वाले नागवंशी परिवार ने भाजपा नेता अमर अग्रवाल को बताया कि उनका बेटे ने जमीन दलाल कांग्रेस नेताओं के मकडज़ाल में फंसकर फांसी लगाकर आत्महत्या की है। पुलिस द्वारा उसके मोबाइल और बैंक में हुई लेनदेन को जांच में नहीं लिया गया है।  जिसके चलते उन्हें न्याय के लिये दर-दर भटकना पड़ रहा है।
कुम्हारपारा जरहाभाटा रोड निवासी अरुणा नागवंशी और पति वीरेन्द्र नागवंशी ने पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों को शिकायत पत्र में बताया
है कि मृतक  सिद्धार्थ नागवंशी ने उस्लापुर में रहने वाली अपने बड़ी मां के घर में जाकर 11 जनवरी 2022 को फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। इसके एक महिने बाद मृतक का मोबाइल परिजनों के हाथ लगा। इस मोबाइल में लेनदेन और वह किससे कितनी बार बातचीत किया है सब रिकार्ड है। लेकिन सकरी पुलिस ने मामले को गंभीरता से नहीं लिया। परिजनों का कहना है कि मृतक जमीन खरीदी ब्रिकी काम करता था। परिजनों ने जब बैंक स्टेटमेंट की जानकारी एकत्र की तो कई चौकाने वाले तथ्य सामने आये जिसमें मृतक द्वारा 3 लाख रूपए का चेक शहर के विवादित कांग्रेस नेता के नाम जारी किया था। इसी तरह एक लाख 30 हजार और पांच लाख रूपये का भी मृतक द्वारा चेक के माध्याम से जारी किया गया है। मृतक के परिजनों ने जमीन का सौदा करने वाले और दबाव बनाने वालों के नाम का उल्लेख अपने शिकायत पत्र में किया है। लाखों रूपये का लेन देन करने वाले मृतक के खाते में आखिर इतने पैसे आये कहां से ? तथा मृतक ने किन-किन लोगों को पैसे दिए हैं यह सब प्रमाणित है। सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि मृतक के पास न तो बैंक में पैसे बचे हैं और न ही उसके नाम पर कोई संपत्ति है। परिजनों ने जमीन दलालों और कांग्रेसी नेताओं के दबाव में मृतक द्वारा आत्महत्या किया जाना बताया गया है।
बहरहाल इस मामले की शिकायत विकास खोजो अभियान में निकले भाजपा के कद्दावर नेता अमर अग्रवाल से की गई तो उन्होंने हर संभव मदद करने का आश्वासन मृत के परिजनों को दिए हैं। घटना को दस माह से ज्यादा हो गए हैं फिर उसके मौत के कारणों का स्पष्ट पता पुलिस नहीं लगा सकी है। शिकायत पत्र में घटना से जुड़े समस्त लोगों नाम उल्लेख भी किया गया है। पुलिस द्वारा न तो बैंक लेनदेन की जांच की गई और न ही उसके मोबाइल की जांच पड़ताल कराई जा रही है। मृतक के माता पिता ने बताया कि इस मामले को दबाने राजनीति रसूख का प्रयोग किया जा रहा है।

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