आज ही के दिन सती प्रथा को किया गया था खत्म, जानें आज का इतिहास
इतिहास (History) से अच्छा शिक्षक कोई दूसरा हो ही नहीं सकता. इतिहास सिर्फ अपने में घटनाओं को नहीं समेटे होता है बल्कि इन घटनाओं से भी आप बहुत कुछ सीख सकते हैं. इसी कड़ी में जानेंगे आज 4 दिसंबर को देश-दुनिया में क्या हुआ था, कौन सी बड़ी घटनाएं घटी थीं जिसने इतिहास के पन्नों पर अपना प्रभाव छोड़ा. जानेंगे, आज के दिन जन्में खास व्यक्तियों के बारे में और बात करेंगे उनकी जो दुनिया से इस दिन विदा होकर चले गए.
4 दिसंबर की महत्त्वपूर्ण घटनाएं
1829- वायसराय लॉर्ड विलियम बैन्टिक ने सती प्रथा समाप्त की.
1860- गोवा के मारगाव के अगस्टिनो लॉरेंसो ने पेरिस विश्वविद्यालय से रसायन विज्ञान में डॉक्टरेट की उपाधि ली. वह विदेशी विश्वविद्यालय से डॉक्टरेट की उपाधि लेने वाले पहले भारतीय बने.
1888- इतिहासकार रमेश चंद्र मजूमदार का जन्म.
1952- इंग्लैंड में स्मॉग की घनी परत के छा जाने के कारण हजारों लोगों की जान चली गई थी.
1959- भारत और नेपाल के बीच गंडक सिंचाई एवं विद्युत परियोजना पर हस्ताक्षर.
1967- देश के पहले रॉकेट ‘रोहिणी आरएच 75’ का थुम्बा से प्रक्षेपण हुआ.
1971- संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने भारत और पाकिस्तान के बीच खराब होते हालात के मद्देनजर आपात सत्र बुलाया.
1971- भारतीय नौसेना ने पाकिस्तान नौसेना और कराची पर हमला किया.
1996- अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने मंगल ग्रह के लिए एक और अंतरिक्ष यान ‘मार्स पाथफ़ाउंडर’ प्रक्षेपित किया.
2003- अशोक गहलोत विधानसभा क्षेत्र से 12वीं राजस्थान विधानसभा के लिए निर्वाचित हुए.
2004 – पेरू की मारिया जूलिया मांतिला गार्शिया को मिस वर्ल्ड चुना गया.
2008- प्रसिद्ध इतिहासकार रोमिला थापर को क्लूज सम्मान के लिये चुना गया.
4 दिसंबर को जन्मे व्यक्ति
- इतिहासकार रमेश चंद्र मजूमदार का जन्म 1888 में हुआ.
- प्रसिद्ध साहित्यकारों में से एक विद्याभूषण विभु का जन्म 1892 में हुआ.
- प्रसिद्ध भारतीय भौतिक वैज्ञानिक श्रीनिवास कृष्णन का जन्म 1898 में हुआ.
- भारत के आठवें राष्ट्रपति रामस्वामी वेंकटरमण का जन्म 1910 में हुआ.
- हिंदी सिनेमा के अभिनेता मोतीलाल का जन्म 1910 में हुआ.
- भारत के बारहवें प्रधानमंत्री इन्द्र कुमार गुजराल का जन्म 1919 में हुआ.
- प्रसिद्ध भारतीय महिला खिलाड़ी सुनीता रानी का जन्म 1979 में हुआ.
4 दिसंबर को हुए निधन
- हिन्दी में शिष्ट हास्य लिखने वाले कलाकारों में अग्रणी लेखक अन्नपूर्णानन्द का निधन 1962 में हुआ.