राष्ट्रपति ने आदिवासी समाज के प्रतिनिधियों से की मुलाकात
रायपुर. छत्तीसगढ़ प्रवास पर महामहिम राष्ट्रपति द्रोपति मुर्मू से राजभवन , रायपुर में सर्व आदिवासी समाज (रूढ़िजन्य परंपरा पर आधारित) प्रदेश प्रतिनिधियो ने सौजन्य भेट में राष्ट्रपति बनकर पहली बार छत्तीसगढ़ आगमन पर स्वागत एवं अभिनंदन के साथ ही छत्तीसगढ़ में आदिवासियों के संवैधानिक अधिकार , मांग और समस्याओं से अवगत कराए जिसमे 32% आरक्षण, बस्तर में आदिवासियों की नरसंहार, बिना कारण निर्दोष आदिवासियों को जेल में निरुद्ध का मामला, बस्तर से पलायन एवम् शांति बहाल, पांचवी अनुसूची में पेसा नियम में संशोधन अवैध नगरपंचायत निगम को वापस ग्राम सभा , अनुसूचित क्षेत्र में स्थानीय आरक्षण , आया सीमा 2.50 लाख की बाध्यता समाप्ति, वन संरक्षण अधिनियम एवम् यूसीसी का विरोध सहित आदिवासी मुद्दो पर निवेदन किए। जिसमे सार्थक आश्वासन मिला एवं नई दिल्ली में राष्ट्रपति भवन में सामाजिक मुद्दों को लेकर जल्द समय देने का और बस्तर मामले में आगामी बस्तर दौरे की आश्वासन दिए। देश / प्रदेश के विभिन्न समाजिक विषयो को लेकर आवेदन प्रस्तुत किया गया एवं चर्चा हेतु इस अवसर पर छत्तीसगढ़ से प्रदेश पदाधिकारी मुख्य रूप से उपस्थित रहे।
बी.एस. रावटे -कार्यकारी अध्यक्ष सर्व आदिवासी समाज छ.ग.,सुभाष परते -प्रदेश युवा अध्यक्ष सर्व आदिवासी समाज , सविता साय प्रदेश महिला अध्यक्ष सर्व आदिवासी समाज, विनोद नागवंशी -प्रदेश सचिव सर्व आदिवासी समाज ,जयपाल ठाकुर -प्रदेश सचिव सर्व आदिवासी समाज ,रूपेन्द्र नगारची -प्रदेश उपाध्यक्ष सर्व आदिवासी समाज ,मोहन कोमरे -प्रदेश कोषाध्यक्ष सर्व आदिवासी समाज ,महेश रावटे – प्रदेश संयुक्त सचिव सर्व आदिवासी समाज, देवनाथ नेताम – प्रदेश अध्यक्ष आदिवासी नगारची समाज शामिल रहे।