सरकारी आवास की मांग करने पहुंची महिला ने दी आत्मदाह की चेतावनी
कलेक्टर ने तत्काल महिला को सरकारी वाहन से नगर निगम आयुक्त के पास भेजा
बिलासपुर/ अनिश गंधर्व। कलेक्टर कार्यालय में उस समय हड़कंप मच गया जब एक महिला पेट्रोल लेकर पहुंची और जोर-जोर से रोने चिल्लाने लगी। महिला द्वारा आत्महत्या की चेतावनी देने के बाद आनन-फानन में पुलिस कर्मचारियों ने उसके हाथ पेट्रोल का बाटल छीनकर शांत कराया। कलेक्टर अवनीश शरण ने तत्काल पीडि़त महिला को अपने कक्ष में बुलाकर उसकी शिकायत सुनी और उसे नगर निगम आयुक्त के पास भेजा गया। चांटीडीह इरानी मोहल्ला में रहने वाला महिला ने अपना नाम संध्या केशरवानी बताते हुए कहा कि नगर निगम द्वारा 6 माह पूर्व उनके मकान तो तोड़ दिया गया है। यहां से हटाये गये लोगों को अटल आवास दिया गया है। महिला ने कहा कि वह भी आवेदन जमा कर चुकी है इसके बाद भी उसे अटल आवास उपलब्ध नहीं कराया जा रहा है। पैसे की मांग और अधिकारियों रवैये से नाराज महिला ने बुधवार 25 सितंबर को दोपहर एक बजे कलेक्टर कार्यालय पहुंची। किंतु इस बार भी उसे निराशा हाथ लगी। महिला कलेक्टोरेट परिसर में चिल्ला-चिल्लाकर रोने लगी और आत्महत्या की धमकी देने लगी। महिला अपने साथ पेट्रोल लेकर आई थी। महिला के गुस्से को देखते हुए तत्काल पुलिस कर्मचारियों ने उसे पकड़ा और शांत कराया। महिला से पेट्रोल के बाटल को अलग किया गया। इस दौरान अपने आफिस में बैठे कलेक्टर ने तत्काल पीडि़त महिला को बुलवाकर समझाईश दी और समस्या हल करने का आश्वासन देते हुए सरकारी वाहन में उसे नगर निगम आयुक्त के पास भेजा गया। मालूम हो कि जरुरतमंदों को अटल आवास प्रदान करने के एवज में दलालों द्वारा मोटी राशि वसूली की जा रही है। बिना पैसे के नगर निगम के घूसखोर कर्मचारी काम नहीं करते। आपात्र लोगों को अटल आवास व पीएम आवास योजना का लाभ दिया जा रहा है जबकि अधिकांश जरुरतमंद लोग आज भी किराये के मकानों में रहने को मजबूर हैं।