बिलासपुर में अपनापन है, प्रेस से मेरा पुराना नाता है- कलेक्टर
बिलासपुर/ अनिश गंधर्व. प्रेस क्लब द्वारा आयोजित पहुंना कार्यक्रम में आज के मेहमान के रूप में बिलासपुर कलेक्टर अवनीश शरण शामिल हुए। उन्होंंने बिलासपुर से खास लगाव हवाला देते हुए कहा कि यहां मेरा ससुराल है, आज मेरी शादी की सालगिरह है। मेरे पिता पत्रकार हैं इसलिये मेरा प्रेस से गहरा नाता है। कलेक्टर के रूप में बिलासपुर मेरा तीसरा शहर है। विधानसभा चुनाव के दौरान में मेरी पोस्टिंग यहां हुई आम जनता और पत्रकारों के सहयोग से विधानसभा और लोकसभा चुनाव शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हुआ। आज के दौर में हर व्यक्ति सरकारी नौकरी पाना चाहता हैं, किंतु सरकारी स्कूल व अस्पताल में कोई दाखिल नहीं होना चाहता। फिर भी मैंने अपनी बेटी को सरकारी स्कूल में दाखिल कराया था, आज मेरी बेटी दस साल की है, उसके सोचने समझने व रहन सहन का तरीका अलग हैं क्यों उसने हर तबके के बच्चों के साथ रहकर तालिम हासिल की है। बिलासपुर में बहुत प्यार मिला यहां अपनापन लगता है, मेरी शुरूवात बिलासपुर हुई है और मैं रिटायर भी बिलासपुर से ही होना चाहता हूं। कलेक्टर अवनीश शरण ने पुरानी यादों को ताजा करते हुए कहा कि मैं नगर निगम कमिश्नर के पद पर यहां काम कर चुका हूं, यहां के पत्रकारों से मेरा गहरा नाता है। छ.ग. में 15 सालों से नौकरी कर रहा हूं। आम जनता और सरकार का मुझे पूरा सहयोग मिला। बिलासपुर में लोगों की ज्यादा डिमांड नहीं है, यहां सबसे बड़ी समस्या सड़क यातायात की है। फिर से आज से दस साल पूर्व और अभी के हालात में बहुत अंतर है। मवेशियों के रोकथाम के लिए गांवों में चौपाल लगाकर समस्या पर काम किया जा रहा है। पूरे राज्य में बिलासपुर सेंटर में है। यहां रेलवे की अच्छी सुविधा के साथ साथ हवाई सुविधा पर जोर दिया जा रहा है। चेतना अभियान के माध्यम से ट्राफिक व्यवस्था में सुधार किया जा रहा है। पहुंचा कार्यक्रम में पधारे कलेक्टर अवनीश शरण का प्रेस क्लब अध्यक्ष इरशाद अली और पदाधिकारियों ने साल श्रीफल भेंट कर स्वागत व आभार व्यक्त किया।