November 23, 2024

अच्छे मूड को बुरा कर देते हैं डेली खाए जाने वाले ये Food, बढ़ाते हैं भारी टेंशन और डिप्रेशन

Food affects mental health: तमाम लोग तनाव, चिंता और अवसाद जैसी समस्याओं को झेल रहे हैं। क्या आप जानते हैं इन परेशानियां का कारण हमारा खान-पान ही है।

मौजूदा दौर में तनाव, चिंता और अवसाद जैसी मानसिक समस्याएं होना कोई नई बात नहीं है। आधुनिक युग में ये परेशानियां काफी प्रचलित हो गई हैं, खुशी से ज्यादा लोग अब टेंशन में डूबे दिखते हैं। वास्तव में चिंता और तनाव का कोई इलाज नहीं है। क्योंकि ऐसे तमाम लोग हैं जिन्होंने थेराप्यूटिक यानी चिकित्सा का सहारा भी लिया, लेकिन अपने मानसिक स्वस्थ्य को बनाए रखने में असफल हैं। ऐसे में हमें इस समस्या का समाधान खुद से ही खोजना होगा।

बहुत कम लोगों को पता है कि डेली रूटीन में खाए जाने वाले फूड आइटम्स भी टेंशन और स्ट्रेस का कारण होते हैं। लिहाजा उन खाद्य पदार्थों के बारे में जानकर चौंकें नहीं, जो तनाव को बढ़ावा देते हैं या मानसिक स्थिति को खराब करते हैं; जिनका आप रोजाना सेवन करते हैं। यहां हम इन ऐसे ही खाद्य पदार्थों की सूची जारी कर रहे हैं जिनके सेवन से आपकी टेंशन और तनाव को बढ़ावा मिलता है।

​रिफाइंड कार्बोहाइड्रेटहृदय की समस्याओं, मधुमेह या मोटापे के बढ़ते जोखिम का एक सॉलिड रीजन रिफाइंड कार्बोहाइड्रेड है। मानसिक स्वास्थ्य संगठन (mental health organisation) के एक शोध ने साबित किया कि रिफाइंड चीनी सहित रिफाइंड कार्ब्स के सेवन से चिंता और अवसाद दोनों का खतरा बढ़ जाता है। अगर आप इस समस्या से छुटकारा पाना चाहते हैं तो जल्द ही सफेद आटा, सफेद ब्रेड, सफेद चावल, एगेव चीनी, सिरप, कन्फेक्शनरी प्रोडक्ट्स प्रोसेप्ड स्नैक्स, पास्ता आदि के उपयोग को छोड़ने का प्रयास करें। इनकी बजाए आप हेल्दी आहार के तौर पर ओट्स, ब्राउन राइस, क्विनोआ, अनाज, साबुत ब्रेड या अंकुरित गेहूं के आटे का प्रयोग करें।

​चीनी युक्त खाद्य पदार्थ

मीठे खाद्य पदार्थ रक्त शर्करा यानी ब्लड शुगर लेवल में उतार-चढ़ाव का कारण बन सकते हैं जो हमारे एनर्जी लेवल को भी प्रभावित करते हैं। यहां तक कि मूड को भी इंबैलेंस कर सकते हैं जिससे टेंशन बढ़ती है। इसलिए आपको ऐसे खाद्य पदार्थों का सेवन भी बंद करना चाहिए जिनमें चीनी की अत्यधिक मात्रा हो।प्राकृतिक चीनी के विकल्प में आप एरिथ्रिटोल और याकॉन सिरप से बने प्रोडक्ट्स का उपयोग करने का प्रयास करें। प्राकृतिक फलों और सब्जियों का रस चीनी से बने खाद्य पदार्थों से कहीं बेहतर हैं।

​कैफीनयुक्त पेय पदार्थ

कैफीन युक्त ड्रिंक के सेवन से भी चिंता, तनाव और अनिद्रा की समस्या होती है। थोड़ी मात्रा में कैफीन का सेहत पर कोई असर नहीं पड़ता, लेकिन अगर आप इसे अधिक मात्रा में लेते हैं तो जल्द ही चिंता, तनाव का शिकार हो सकते हैं। यह मत भूलिए कि सामान्य चाय, कुछ चॉकलेट और यहां तक कि फ्लेवर्ड केक में भी कैफीन होता है। इसके बजाय आपको हर्बल टी, पुदीना, नींबू या नारियल पानी का विकल्प चुनना चाहिए।
​ट्रांस फैट

हर बार जब आप चिप्स या चिकन नगेट्स का पैकेट खोलते हैं, तो याद रखिए इससे आपकी मानसिक स्वास्थ्य समस्याएं बढ़ सकती हैं। तेल से तले खाद्य पदार्थों की बजाए आपको घी, मक्खन जैसे संतृप्त वसा से बने स्नैक्स का सेवन करना चाहिए।
​शराब

शराब लिवर ही नहीं बल्कि पूरे स्वास्थ्य को गंभीर रूप से नुकसान पहुंचा सकती है। बहुत से लोग ब्रेकअप, मिजाज या गुस्से को दूर करने के लिए शराब का सहारा लेते हैं। वे इसे मूड ठीक करने का एक बढ़िया सोर्स मानते हैं लेकिन इसके विपरीत हमारी सेहत को खराब कर देती है।ऐसा इसलिए है क्योंकि शराब दिमाग में सेरोटोनिन और न्यूरोट्रांसमीटर की एक्टिविटी को बदल देती है जिससे चिंता बढ़ जाती है। इसकी बजाए आपको मोजितो या मॉकटेल या गैर-अल्कोहल बियर का सेवन करना चाहिए।

​अधिक मात्रा में नमकशरीर में अतिरिक्त सोडियम गुर्दे के साथ-साथ तंत्रिका तंत्र को भी हानि पहुंचा सकता है। नमक मूड विकारों जैसे मूड स्विंग, टेंशन, तनाव और अवसाद, यहां तक कि थकान को भी जन्म दे सकता है। इसलिए नमक का सेवन कम से कम करें।

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