नीतीश मंत्रिमंडल का विस्तार में इन विधायकों की खुल सकती है लॉटरी
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) और उपमुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव के दो सदस्यीय मंत्रिमंडल का आज पहला विस्तार होने जा रहा है. इस विस्तार में महागठबंधन के विभिन्न घटकों से करीब 30 सदस्यों को शामिल किया जाएगा. यह शपथ ग्रहण सुबह 11.30 बजे राजभवन परिसर में एक सादे समारोह के दौरान होगा. इसमें आमंत्रित किए गए लोगों में राजद (RJD) सुप्रीमो लालू प्रसाद भी शामिल हो सकते हैं.
आज पटना में होगा पहला मंत्रिमंडल विस्तार
सूत्रों के मुताबिक बिहार मंत्रिमंडल के इस विस्तार में मुख्यमंत्री समेत कुल 36 मंत्री शामिल हो सकते हैं. मंगलवार को इन मंत्रियों के शामिल होने के बाद भविष्य में मंत्रिमंडल विस्तार के जरिए बाकी रिक्त स्थानों को भरे जाने का भी रास्ता साफ हो जाएगा. महागठबंधन में हुए सैद्धांतिक समझौते के तहत बिहार विधानसभा में सबसे ज्यादा विधायक रखने वाली RJD को सबसे ज्यादा मंत्रीपद मिलेंगे. वहीं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी JDU दूसरे नंबर पर होगी.
कांग्रेस से 2 विधायक बनेंगे मंत्री
कांग्रेस के राज्य प्रभारी भक्त चरण दास ने बताया कि उनकी पार्टी को तीन मंत्री पद मिलने की संभावना है, जिनमें से दो को मंगलवार को शपथ दिलाई जाएगी. सूत्रों के मुताबिक कांग्रेस की ओर से मंत्री पद की शपथ लेने के लिए अफाक आलम (मुसलमान) और मुरारी गौतम (दलित) का चयन किया गया है. इससे पहले राजेश राम के अलावा पार्टी के सबसे मुखर विधायकों में से एक शकील अहमद खान का नाम भी चर्चा में था.
तेज प्रताप यादव के भी मंत्री बनने का रास्ता साफ
RJD खेमे से लालू प्रसाद के बड़े बेटे तेजप्रताप यादव को मंत्रिमंडल में शामिल किया जाना भी तय है. पार्टी के मूल आधार माने जाने वाले यादव जाति के कई लोगों को मंत्रीपद दिए जाने की उम्मीद जताई जा रही है. RJD से जिन अन्य लोगों के नाम चर्चा में हैं, उनमें राष्ट्रीय महासचिव आलोक मेहता और युवा विधायक सुधाकर सिंह शामिल हैं. सुधाकर सिंह के पिता जगदानंद सिंह वर्तमान में पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष हैं और तेजस्वी यादव का सम्मान करते हैं.
JDU के पुराने मंत्री बहाल रह सकते हैं
JDU की ओर से विजय कुमार चौधरी, अशोक चौधरी, बिजेंद्र यादव, श्रवण कुमार और लेसी सिंह समेत पिछली राजग सरकार में शामिल रहे अपने अधिकांश मंत्रियों को बनाए रखे जाने की संभावना है. हालांकि पार्टी की ओर से ऐसे कुछ नामों को मंत्री पद से हटाया जा सकता है, जिन्हें बीजेपी और JDU के पूर्व अध्यक्ष आरसीपी सिंह का करीबी माना जाता है. इसके अलावा हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा के संतोष सुमन के भी मंत्री के रूप में वापसी की संभावना है. उनके पिता और पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी द्वारा स्थापित पार्टी के चार विधायक हैं. उन्होंने नीतीश कुमार के साथ एकजुटता व्यक्त करते हुए राजग छोड़ दिया था.
अकेले निर्दलीय विधायक सुमित कुमार सिंह जिनके दिवंगत पिता नरेंद्र सिंह मुख्यमंत्री के पुराने सहयोगी रहे थे, पिछली सरकार में मंत्री बनाए गए थे. उनके भी आज शपथ लेने की संभावना है.