धोनी की वजह से इन खिलाड़ियों ने लिया संन्यास, नहीं बना पाए थे टीम में जगह
महेंद्र सिंह धोनी अपनी करिश्माई कप्तानी के लिए फेमस रहे हैं. उन्होंने अपने दम पर टीम इंडिया को टी20 वर्ल्ड कप, वर्ल्ड कप 2011 और आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी जिताई. उनके ताज में कई नगीने गढ़े हैं. धोनी ने अपनी कप्तानी में कई युवा खिलाड़ियों का करियर बचाया. धोनी हमेशा से ही चौंकाने वाले फैसले लेने के लिए फेमस रहे हैं. चाहे टी20 वर्ल्ड कप में जोगिंदर शर्मा को आखिरी ओवर देना हो या फिर चैपियंस ट्रॉफी में आखिरी ओवर्स रविचंद्रन अश्विन से करवाना हो. उनके हर फैसले ने टीम इंडिया को जीत दिलाई है.
1. वीरेंद्र सहवाग (Virender Sehwag)
वीरेंद्र सहवाग दुनिया के सबसे खतरनाक ओपनर्स में से एक माने जाते हैं. उनके सामने आने से बॉलर्स कांपते थे. सहवाग बाउंड्री लगाने के लिए बहुत ही ज्यादा फेमस रहे हैं. सहवाग के पास वह काबिलियत थी कि वो किसी भी पिच पर विकेट चटका सकें. सहवाग ने भारतीय टीम के लिए 100 टेस्ट मैचों में 8556 से ज्यादा रन बनाए हैं, जिसमें 23 शतक शामिल हैं, लेकिन खराब फॉर्म की वजह से उन्हें टीम इंडिया से बाहर कर दिया. इसके बाद उन्होंने संन्यास ले लिया, लेकिन कई इंटरव्यू में सहवाग ने महेंद्र सिंह धोनी के ऊपर कई आरोप लगाए.
2. गौतम गंभीर (Gautam Gambhir)
टीम इंडिया के पूर्व सलामी बल्लेबाज गौतम गंभीर ने अपने क्रिकेट करियर के दौरान भारत को कई बड़ी कामयाबी दिलाई हैं. 2007 टी20 वर्ल्ड कप में 75 रनों की पारी खेली. वहीं, 2011 में हुए 50 ओवर वर्ल्ड कप में गंभीर ने अपने बल्ले से 97 रनों की पारी खेली थी. उनकी वजह से भारत वर्ल्ड चैंपियन बन पाया था. लेकिन कभी भी उनको इस बात का उतना क्रडिट नहीं दिया गया जितना उन्हें मिलना चाहिए था. गौतम गंभारी को महेंद्र सिंह धोनी कप्तानी में हमेशा से ही नजरअंदाज किया गया.
3. पार्थिव पटेल (Pathiv Patel)
पार्थिव पटेल ने अपना डेब्यू 2022 में इंग्लैंड के खिलाफ किया था. उस समय उनकी उम्र केवल 17 साल ही थी. वह महेंद्र सिंह धोनी से पहले टीम इंडिया में आए थे. लेकिन धोनी के जगह पक्की करते ही इस खिलाड़ी को कभी भी भारतीय टीम में जगह नहीं मिल पाई. पटेल ने 2020 में क्रिकेट के सभी फॉर्मेट से संन्यास लेने का ऐलान किया था. रिटायरमेंट के बाद पार्थिव पटेल (Parthiv Patel) ने कमेंटेटर के तौर पर अपनी पारी की शुरुआत की है.