धर्म को लेकर PAK टीम में भेदभाव का शिकार हुआ था ये खिलाड़ी, अफरीदी पर लगाए बड़े आरोप
लाहौर. पाकिस्तान के पूर्व लेग स्पिनर दानिश कनेरिया ने एक सनसनीखेज खुलासा करते हुए कहा था कि वह पाकिस्तानी क्रिकेट टीम में धर्म को लेकर भेदभाव का शिकार हुए थे. दानिश कनेरिया अपने मामा अनिल दलपत के बाद पाकिस्तान के लिए खेलने वाले केवल दूसरे हिंदू खिलाड़ी हैं. कनेरिया ने कहा कि उनके लिए अपने धर्म से परे आफरीदी के इस भेदभावपूर्ण व्यवहार के पीछे के कारण के बारे में सोचना मुश्किल था.
धर्म को लेकर PAK टीम में भेदभाव का शिकार
दानिश कनेरिया ने पाकिस्तान के पूर्व कप्तान शाहिद अफरीदी पर बड़ा आरोप लगाया था कि मेरे साथ अफरीदी का बर्ताव कभी अच्छा नहीं रहा. वे शुरू से ही मेरे खिलाफ थे. उन्होंने जानबूझकर मुझे वनडे टीम में ज्यादा मौके नहीं दिए. इसलिए मेरा करियर बर्बाद हो गया. कनेरिया ने एक न्यूज एजेंसी को दिए इंटरव्यू में यह बात कही थी. कनेरिया ने कहा कि कप्तान रहते अफरीदी ने मुझे वनडे टीम में बहुत कम मौके दिए.
अफरीदी पर लगे बड़े आरोप
पाकिस्तान के पूर्व तेज गेंदबाज शोएब अख्तर ने कहा था कि दानिश कनेरिया का पाकिस्तानी क्रिकेट टीम में कुछ खिलाड़ियों ने अपमान किया, क्योंकि वह हिन्दू था. इस वजह से उसे जरूरी श्रेय नहीं मिला और कुछ खिलाड़ी तो उसके धर्म के कारण उसके साथ खाना नहीं खाते थे. शाहिद अफरीदी पर आरोप लगाते हुए दानिश कनेरिया ने कहा था, ‘अफरीदी हमेशा से मेरे खिलाफ थे. जब हम घरेलू क्रिकेट में एक डिपार्टमेंट की तरफ से खेले या पाकिस्तान की वनडे टीम में, उनका बर्ताव बुरा ही रहता था. आप समझ सकते हैं कि अगर कोई शख्स हमेशा आपके खिलाफ हो, तो इसके पीछे धर्म के अलावा कोई दूसरा कारण आपको नजर नहीं आता है.’
2009 में स्पॉट फिक्सिंग के दोषी पाए गए थे
कनेरिया 2009 में एसेक्स की तरफ से काउंटी क्रिकेट खेलने के दौरान स्पॉट फिक्सिंग के दोषी पाए गए थे. वे तब से ही टीम में वापसी के लिए पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड से गुहार लगा रहे हैं. इस पर उन्होंने कहा, ‘मैं सिर्फ पीसीबी से मदद चाहता हूं. अगर बोर्ड मोहम्मद आमिर, सलमान बट को मौका दे सकता है, तो मुझे क्यों नहीं. मैंने भी गलती की थी, लेकिन दूसरों ने भी तो यही किया था, लेकिन मुझे टॉयलट पेपर की तरह इस्तेमाल करके फेंक दिया गया.
इंजमाम उल हक सबसे अच्छे कप्तान
कनेरिया ने इंजमाम उल हक की कप्तानी में सबसे ज्यादा क्रिकेट खेली है. उन्होंने कहा कि इंजमाम ने मुझे काफी सपोर्ट किया. मैंने मोइन खान और राशिद लतीफ की कप्तानी में भी खेला. ये भी मुझे पसंद करते थे, लेकिन मैंने अफरीदी की कप्तानी में बहुत कम खेला. कनेरिया पाकिस्तान की तरफ से खेलने वाले दूसरे हिंदू क्रिकेटर थे. इससे पहले उनके एक रिश्तेदार अनिल दलपल पाकिस्तान के लिए खेले थे. कनेरिया ने 61 टेस्ट में 34.79 की औसत से 261 विकेट लिए थे.