अब तक 135 करोड़ के 43 हजार टन धान की खरीदी
कलेक्टर ने की धान खरीदी की प्रगति की समीक्षा
केन्द्रों में दिन ब दिन बढ़ रही धान की आवक
बिलासपुर. कलेक्टर अवनीश शरण ने अधिकारियों की बैठक लेकर धान खरीदी की प्रगति की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि ऐसी व्यवस्था आगे भी बनाए रखें कि किसानों को धान बेचने से लेकर भुगतान पाने तक के सारे काम आसानी से हो जाएं। बताया गया कि जिले में अब तक 135 करोड़ रूपए की 43,597 मीटरिक टन धान खरीदी की जा चुकी है। लगभग 10 हजार से ज्यादा किसानों ने अपने नजदीकी खरीदी केन्द्रों पर धान का विक्रय किया है। इस बीच अवैध धान संग्रहण एवं परिवहन करने वालों के विरूद्ध कार्रवाई भी जारी है। अब तक 16 प्रकरणों में लगभग 15 लाख रूपयों के 470 क्विंटल अवैध धान जब्त किये गये हैं। कलेक्टर ने बारदानों की उपलब्धता की जानकारी ली। नये और पुराने दोनों तरह के बारदाने पयाप्त मात्रा में उपलब्ध हैं। उन्होंने राईस मिलर्स से भी बारदाने उठाने को कहा है। डीएमओ ने बताया कि गत वर्ष से ज्यादा मात्रा में धान की आवक बनी हुई है। पिछले साल इस अवधि तक जहां 32 हजार मीटरिक टन धान की खरीदी की गई थीं वहीं इस साल 43 हजार मीटरिक टन से ज्यादा की आवक हो चुकी है। उन्होंने खरीदी केन्द्रों पर संभावित जाम एवं टोकन काटने की भी जानकारी ली और निर्देश दिए। भुगतान की भी कोई समस्या नहीं हैं। छोटी रकम माईक्रो एटीएम से सोसायटी स्तर पर ही उपलब्ध कराये जा रहे हैं। कलेक्टर ने बैठक में चावल जमा की प्रगति की भी समीक्षा की। बताया गया कि नान में 99.52 प्रतिशत और एफसीआई में 80 प्रतिशत चावल जमा किया जा चुका है। बैठक में खाद्य, सहकारी, मार्कफेड, नान एवं जिला सहकारी बैंक एवं बीज निगम के अधिकारी उपस्थित थे।
धान का अवैध परिवहन रोकने 7 चेकपोस्ट स्थापित
खरीदी केन्द्रों में धान की अवैध खपत रोकने के लिए जिला प्रशासन द्वारा हरसंभव उपाय किये गये हैं। इस कड़ी में सीमावर्ती गांवों में 7 चेकपोस्ट बनाये गये हैं। वन एवं खनिज विभाग के पूर्व में कार्यरत बैरियर का उपयोग चेकपोस्ट के रूप में किया जा रहा है। अतिरिक्त अमला की ड्यूटी लगाई गई हैं। बिलासपुर परिक्षेत्र में हरदीपारा बेरियर, सोंठी बैरियर, रतनपुर परिक्षेत्र में रतनपुर बैरियर, कोटा परिक्षेत्र में कंुवारीमुड़ा और पटैता बैरियर, बेलगहना में केकराडीह बेरियर तथा मस्तुरी में लवर खनिज जांच चौकी स्थापित किये गये हैं। कलेक्टर अवनीश शरण ने बताया कि इन चेक पोस्टों से होकर धान लेकर गुजरने वाले वाहनों के दस्तावेजों की जांच की जायेगी। अवैध धान की जानकारी मिलने पर विशेष चेकिंग दल को सूचित किया जायेगा, जो कि मौके पर पहुंच कर आगे की कार्रवाई करेगी। चेक पोस्टों में तीन पालियों में दिन-राज कर्मचारियों की ड्यूटी लगायी गई है।