UAPA कानून के तहत मसूद अजहर, हाफिज सईद, दाऊद इब्राहिम, लखवी आतंकवादी घोषित

नई दिल्ली. भारत सरकार ने बुधवार को गैरकानूनी गतिविधियां रोकथाम कानून यानी UAPA के तहत पाकिस्तान में छिपे हुए 4 साजिशकर्ताओं को आतंकवादी घोषित किया है. इस लिस्ट में हाफिज सईद, दाऊद इब्राहिम, मसूद अजहर और जकी उर रहमान लखवी का नाम शामिल है. बता दें कि साल 2008 में  26/11 आतंकी हमलों का मास्टरमाइंड हाफिज सईद पाकिस्तान में जमात उद दावा नाम का आतंकी संगठन चला रहा है और लगाता भारत के खिलाफ आग उगलता रहता है. वहीं इस लिस्ट में दूसरा नाम आतंकी संगठन लश्कर ए तैयबा का सरगना जकी उर रहमान लखवी का है. लखवी कश्मीर में एलईटी का सुप्रीम कमांडर है और यह एनआईए की मोस्ट वान्टेड लिस्ट में भी शामिल है. 

इस लिस्ट में तीसरा नाम जैश ए मोहम्मद के सरगना मसूद अजहर का है. इस लिस्ट में तीसरा नाम मुंबई बॉम्ब ब्लास्ट का आरोपी और अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम का है.

मौलाना मसूद अजहर (Maulana Masood Azhar) के खिलाफ मामले
– 1 अक्टूबर, 2001 को श्रीनगर में जम्मू-कश्मीर राज्य विधानसभा कांप्लेक्स पर आतंकवादी हमला जिसमें अड़तीस व्यक्ति मारे गए थे.
– 13 दिसंबर, 2001 को भारत की संसद पर आतंकवादी हमला जिसमें 6 सुरक्षाबल कार्मिकों, दो संसद सुरक्षा सेवा कार्मिकों और एक आम नागरिक की जान गई थी.
– 2 जनवरी, 2016 को पाकिस्तान से आने वाले जैश-ए-मोहम्मद से संबंधित आतंकवादियों द्वारा पंजाब के पठानकोट पर आतंकवादी हमला, जिसमें सात सुरक्षा बल कार्मिकों की जान गई थी और 37 जख्मी हुए थे.
– हमहमा, श्रीनगर स्थित बीएसएफ शिविर पर (अक्टूबर, 2017), लेथपोरा, पुलवामा में सीआरपीएफ शिविर पर (दिसंबर, 2017), संजवान, जम्मू में सेना शिविर पर (फरवरी, 2018) हमले.
– 14 फरवरी, 2019 को पुलवामा आतंकवादी हमला, जिसमें 40 सुरक्षाबल कार्मिकों की जान गई थी.

हाफिज मोहम्मद सईद (Hafiz Muhammad Saeed) के खिलाफ मामले
– लाल किला हमला (22 दिसंबर, 2000): सेना के 2 जवानों सहित कुल 3 व्यक्तियों की जान गई थी.
– रामपुर हमला (1 जनवरी, 2008): 7 सीआरपीएफ (CRPF) कार्मिकों और एक आम नागरिक की जान गई थी.
– 26/11 का मुंबई हमला (26-28 नवंबर, 2008): कुल 166 व्यक्तियों की जान गई थी, जिनमें 25 विदेशी भी सम्मिलित थे और 235 व्यक्ति जख्मी हुए थे.
– जम्मू-कश्मीर के उधमपुर में बीएसएफ (BSF) के काफिले पर हमला (5 अगस्त, 2015)

जकी-उर-रहमान लखवी (Zaki-ur-Rehman Lakhvi) के खिलाफ मामले
– लाल किला हमला (22 दिसंबर, 2000): सेना के 2 जवानों सहित कुल 3 व्यक्तियों की जान गई थी.
– रामपुर हमला (1 जनवरी, 2008): 7 सीआरपीएफ कार्मिकों और एक आम नागरिक की जान गई थी.
– 26/11 का मुंबई हमला (26-28 नवंबर, 2008): कुल 166 व्यक्तियों की जान गई थी, जिनमें 25 विदेशी भी सम्मिलित थे और 235 व्यक्ति जख्मी हुए थे.
– जम्मू-कश्मीर के उधमपुर में बीएसएफ के काफिले पर हमला (5 अगस्त, 2015).

दाऊद इब्राहिम (Dawood Ibrahim) के खिलाफ मामले
– मार्च, 1993 में मुंबई में सीरियल बम विस्फोट: बड़े स्तर पर संपत्तियों का नुकसान होने के अलावा 257 व्यक्तियों की जान गई और 1000 से अधिक लोग जख्मी हुए थे.
– आतंकवाद में संलिप्तता


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