दुर्भाग्यजनक शिक्षक अब आवारा कुत्तों की निगरानी भी करेंगे – कांग्रेस

  • सरकार की प्राथमिकता में पढ़ाई नहीं, पढ़ाई को छोड़कर सारे काम शिक्षकों के भरोसे
  • बीएलओ के रूप में पहले ही मतदाता सूची पुनरीक्षण में शिक्षकों की ड्यूटी


रायपुर।
 सरकार पढ़ाई छोड़कर शेष सारे काम शिक्षकों से करवाना चाहती है। प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि सरकार का आदेश जारी हुआ है कि स्कूलों में तथा स्कूलों के आसपास आवारा कुत्तों की निगरानी करने के काम में भी अब सरकार ने शिक्षकों और प्रिंसिपलों तथा प्राधानाध्यापकों की ड्यूटी लगा दिया है। जबकि इस प्रकार के काम होते उसकी जिम्मेदारी स्थानीय प्रशासन नगर निगम, पंचायत होता है उसको दी जानी चाहिए। उनके माध्यम से इस कार्य को संचालन किया जाना चाहिए।

प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि नगर निगम के मूलभूत कार्य में आवारा कुत्तों, जानवरों से, शहर से निजात दिलाना और नगर निगम इस काम के लिए मशीनरी है, काऊ कैचर, डॉग केचर है और कुत्ते पकड़ने के एक्सपर्ट है, ऐसे कामों के लिए शिक्षकों को क्यों लगाया जा रहा है? सरकार की मानसिकता बन गई है कि कोई भी काम हो किसी योजना का प्रचार करना हो, कोई ना मिले एक आदेश निकाल कर शिक्षकों को झोक दो। इससे पढ़ाई बर्बाद हो, बच्चों का भविष्य बर्बाद हो इससे सरकार को मतलब नहीं है।

प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि पूरे प्रदेश में एसआईआर का का चल रहा है। इस काम में भी बीएलओ के रूप में शिक्षकों की ड्यूटी लगाई गई है। स्कूलों में अर्धवार्षिक परीक्षायें सामने है लेकिन शिक्षक, सरकार और आयोग के निर्देश पर बीएलओ के रूप में मतदाता सूची पुनरीक्षण के काम में लगे है। स्कूलों में पढ़ाई प्रभावित हो रही है, सरकार की प्राथमिकता में बच्चों की पढ़ाई नहीं है, इसीलिए शिक्षकों को पढ़ाई छोड़कर अन्य कामों में लगाया गया है।

Add a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!