September 16, 2021
पिछड़ा वर्ग की प्रदेश सचिव उषा श्रीवास ने किया 3 लाख 70 हजार का फर्जीवाड़ा
रायपुर. मैं प्रियंका मिश्रा राजधानी के सड्डू स्थित अर्जुनवेली कालोनी निवासी हूँ, मेरे द्वारा ओरियंटल पब्लिक स्कूल का संचालन किया जाता है, मैं अपने स्कूल में उषा श्रीवास को बतौर सह प्राचार्य रक्खी थी,जो कि वर्तमान में छत्तीसगढ़ कांग्रेस पिछड़ा वर्ग में प्रदेश सचिव पद पर नियुक्त हो गई हैं. ओरिएंटल पब्लिक स्कूल की पूर्व प्राचार्य श्रीमती उषा श्रीवास ने मेरे न जानकारी में मेरे व बच्चों के अभिवाहको के साथ बड़ा धोखा की हैं। उषा श्रीवास द्वारा अभिभावकों को गलत जानकारी देकर के स्कूल में बच्चों का एडमिशन करवाया और उनसे पैसे लिए यह बात मुझे कोरोना काल के बाद जब स्कूल खुला तब बच्चों के पैरंट से पता चली। उषा श्रीवास द्वारा ने इतना बड़ा घोटाला किया गया है की कई ऐसे पैरंट है जिनकी पूरी फीस ले चुकी हैं।जिसकी जानकारी स्कूल प्रबंधन को नहीं दी।
उषा श्रीवास इस तरह की चीजों को पिछले 3 सालों से करती आ रही हैं जो स्कूल संचालिका को पता नहीं था। क्योंकि स्कूल संचालिका यहां पर नहीं रहती थी। अब जब अभिभावकों ने बात करना शुरू किया तब उनको पता चला है। उषा श्रीवास ने बिना बताए स्कूल से नौकरी छोड़कर 370000 का गमन किया है। जिसका हिसाब स्कूल प्रबंधन के बार बार मांगने पर नहीं दे रही हैं और डॉली पतर ने अपने बच्चे की 2 साल की फीस जमा नहीं की है। अब फीस ना देना पड़े इसलिए वो अब कहती है की हम पैसा नहीं देंगे और उषा श्रीवास के साथ जा कर स्कूल बंद करा देंगे और उषा श्रीवास अपने पद का दुरुपयोग करते हुए कहतीं हैं मेरी सरकार है ज़्यादा करोगी तो स्कूल बंद करवाने के साथ साथ एससीएसटी धारा लगवा कर अंदर करा देंगे। मोहन मरकाम और ताम्र धवज साहू से बात हो गई है। वो पिछड़े वर्गके राष्ट्रीय अध्यक्ष है और मैं सचिव तो तुम सोच समझ लो की क्या सही है तुम्हारे लिए। अतः आप से निवेदन है कि उषा श्रीवास द्वारा जो भी पैसा बच्चों के अभिवाहको से लिया गया। उसे दिलवाने कीकृपा करे है और गलत तरीके से जो दाखिला किया है। उसमे मुझे दोषी ना समझा जाए साथ ही साथ उनके ऊपर धोखाधड़ी का अपराध भी दर्ज करने की कृपा करें जिससे कोई भी राजनीतिक पार्टी का दबाव बना कर इस तरह की गलती भविष्य में न कर सके।