VIDEO : मरवाही उपचुनाव को लेकर कांग्रेस नेता ने क्या कहा, सुने उन्हीं की जुबानी

कागज पर लिखी गजल बकरी चबा गई !
चर्चा पूरे शहर मे हुआ बकरी शेर खा गई!!
कुछ ऐसा ही किस्से की अनुभूति हो रही है मरवाही उपचुनाव में शक्तिमान की पार्टी का. भाजपा को दिए जाने वाला जन-समर्थन इतना ही व्यापक था तो आप के एवं परिवार के सिवाय और भी तो कोई पार्टी संगठन मे होगा. उसे ही चुनाव लड़ा लेते, पर पैदाइश ही पूरे कूनबे की असमंजस में है. कांग्रेस संगठन में साथ था तो पार्टी के प्रत्याशी को बेचने और संगठन को गिरवी रखने का आप का इतिहास रहा है. भाजपाई से गठजोड़ का नाता बहुत पुराना है. शक्तिमान पुत्र जी राजनीति परिस्थितियों पर नहीं वर्तमान स्थितियों पर होतीं हैं और आप का वर्तमान इस बात का घोतक है कि भविष्य अंधकारमय है. अस्थिरता सदैव नुकसान ही पहुंचती हैं और आप तो मानसिक एवं शारिरीक रूप से दूषित विचारधारा के रहे हो जो आप को बार-बार गलत कार्य करनें को प्रेरित करता है. आप तो मौकपरस्त अवसर की राजनीति करने पर विश्वास करते हैं और उसके लिए कुछ भी गिरवी रख सकते है. फ़िर मरवाही क्या है. चाणक्य ने कहा है “दृष्ट पत्नी झूठ मित्र बदमाश नौकर और सर्प का साथ साक्षात् मृत्यु के समान है. जिससे कांग्रेस ने बड़ी मुश्किल के बाद छुटकारा पाया पर आज खुलकर भाजपाईयों ने सर्प को अपने गले में डालकर आमंत्रण तो दे दिया है डसंने का.
पूरा परिवार मौकपरस्त एवं अवसरवादी राजनीति करता रहा है. कांग्रेस ने ढोया तो 15 साल का वनवास मिला। इनकी मुक्ति से ही राज्य में कांग्रेस को एतिहासिक जीत मिली। मरवाही कांग्रेस का गढ़ है और रहेगा।