बिलासपुर.नाच आवय नन्द कन्हैया उतड़ आवय धूल रे, तेंदू सार के लाठी म खोचे कमल के फूल रे,,, खाद्य एवं संस्कृति मंत्री अमरजीत भगत ने इस दोहा के साथ लालबहादुर शास्त्री स्कूल में आयोजित 44 वॉ रावत नाच महोत्सव को सम्बोधित किया उन्होंने कहा कि की पूर्व मंत्री बीआर यादव ने समाज को एकजुट करने के लिए प्रधानमंत्री राजीव गांधी के कार्यकाल में बिलासपुर में इस रावत नाच महोत्सव की शुरुआत की। जब मैं छोटा था तो कर्यक्रम के बारे में सुनता था आने का मौका भी मिलता था इस दृश्य को देख बचपन याद आ गया।
जब से भूपेश बघेल मुख्यमंत्री बने हैं तब से प्रदेश की संस्कृति, रूपकला को बढ़ाने का प्रयास कर रहे है। आज वो प्रदेश से बाहर उत्तर प्रदेश में है इस लिए शामिल नही हो पाए उन्होंने मुझे यहां भेजा हैं । पहले 5 हजार रुपए में काम चल जाता था लेकिन मोदी सरकार के राज में महंगाई बढ़ गई हैं। इस लिए महापौर रामशरण यादव , पर्यटन मण्डल के अध्यक्ष अटल श्रीवास्तव और कृष्ण कुमार राजू, सभापति मीनू सुमंत यादव की मांग पर बिलासपुर के रावत नाच महोत्सव में आने वाले सभी दलों को 10-10 हजार और आयोजन समिति को 3 लाख रुपये हर वर्ष दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री भुपेश बघेल पिछले दिनों रायपुर में आदिवासी नृत्य का आयोजन कराया गया था। लोक कला की ताकत राउत नाच, सुआ नाच है उसको मुख्यमंत्री बघेल स्थापित कर रहे है। महापौर रामशरण यादव ने44 वा रावत नाच महोत्सव को संबोधित करते हुए कहा कि रावत नाच महोत्सव की शुरुवात पूर्व मंत्री बीआर यादव की सोच से हुआ पहले शनिचरी, बुधवारी में बाजार लगता था।
बाजार में मारपीट हुआ करता था इसलिए पूर्व मंत्री स्वर्गीय बीआर यादव ने इसे महोत्सव के रूप में शुरू किया, छत्तीसगढ़ के गांव में मातर मड़ई जागता था, वही बिलासपुर पूरे प्रदेश में इतनी बड़ी रावत नाच महोत्सव का आयोजन करने वाला अकेला जिला हैं। हमरा यादव समाज देश ही नही विदेश में भी अपनी नृत्य और प्रदर्शन कर पुरस्कृत हुए हैं। प्रदेश में सीएम भुपेश बघेल और संस्कृति मंत्री अमरजीत भगत कगत्तीसगढ़ी कल्चर को बढ़ावा दे रहे हैं। आज बाजा का कीमत 5० से 9० हजार हो गया है। महापौर रामशरण यादव ने संस्कृति मंत्री भगत से मांग की और सहियोग राशि के लिए संस्कृति विभाग से मदद दिलाने कहा। ताकि रावत नाच महोत्सव इसी तरह चलता रहे। कार्यक्रम में उपस्थित तखतपुर विधायक रश्मि सिह, अटल श्रीवास्तव , प्रमोद नायक, राजेन्द्र शुक्ल, चुन्नीलाल साहू, सोमेश्वर चन्द्राकर, मोहित केरकेटा, दिलीप लहरिया, शेख नजीरुद्दीन, कालीचरण यादव, धन्नू यादव, जसवंत यादव, विजय यादव, दुर्गेश यादव, सतीश यादव, लक्की यादव, अजय यादव, रविंद्र सिंह, भूनेश्वर यादव सहित अन्य उपस्थित रहे।