VIDEO – जीने लायक वेतन की मांग: आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने किया जोरदार धरना प्रदर्शन
बिलासपुर/अनिश गंधर्व. आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सहायिका संघ ने आज नेहरू चौक में संभाग स्तरीय धरना प्रदर्शन का आयोजन किया। आठ सूत्रीय मांगों को लेकर किये गये प्रदर्शन में दूर दूर से आये आंगनबाड़ी कार्यकर्ता शामिल हुए। मौसम खराब होने के बाद भी इन कार्यकर्ताओं ने अपनी मांगों को लेकर जोरदार प्रदर्शन किया। सुबह 11 बजे से आयोजित धरना प्रदर्शन कार्यक्रम में सैकड़ों की संख्या में महिलाएं आई थी। लगातार बारिश होने के बाद भी धरना स्थल पर कार्यकर्ता डटे रहे। आम आदमी पार्टी व शासकीय कर्मचारी संघ के पदाधिकारी भी इनकी मांगों का समर्थन करने पहुंचे। अवकाश होने के बाद भी नेहरू चौक विकास भवन के पास जोरदार माहौल बना रहा।
छत्तीसगढ़ आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सहायिका संघ ने राज्य सरकार पर धोखाधड़ी का आरोप लगाते हुए अपने ज्ञापन में बताया कि महिला एवं बाल विकास विभाग के अंतर्गत आगंनबाड़ी केन्द्रों में केन्द्र और राज्य सरकार के द्वारा सौंपे गये कार्यों का निर्वहन हम ईमानदारी से करते आ रहे हैं। काम के अनुपात और बढ़ती मंहगाई के अनुरूप उन्हें जीवन जीने लायक वेतन नहीं दिया जा रहा है और न ही किसी तरह की सुविधा दी जा रही है। वर्तमान में केन्द्र सरकार द्वारा आंगनबाड़ी कार्यकर्ता को 4500 रूपये और सहायका को 2250 रूपये मानदेय के रूप में दिया जा रहा है। उन्हें शासकीय कर्मचारियों की तरह कोई सुविधा उपलब्ध नहीं है। बुढ़ापे के शेष जीवन यापन के लिये सामाजिक सुरक्षा के रूप में मासिक पेंशन का लाभ भी प्राप्त नहीं हो रहा है।
राज्य सरकार द्वारा आंगनबाड़ी कार्यकर्ता को 200 रूपये और सहायिकाओं को 100 रूपये की दर से वेतन दिया जा रहा है। मध्यप्रदेश व अन्य राज्यों में 10 हजार रूपये या इससे अधिक का वेतन दिया जा रहा है। जबकि राज्य की भूपेश सरकार ने जन घोषणा पत्र में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता को नर्सरी शिक्षक के रूप में उन्नयन किये जाने और कलेक्टर दर पर वेतन स्वीकृत किये जाने का उल्लेख किया है। ढाई साल बीत जाने के बाद भी सरकार अपने वायदे को पूरा नहीं कर रही है।
इधर केन्द्र सरकार द्वारा मोबाइल के माध्यम से पोषण ट्रेकर एप डाउनलोड कराया जा रहा है। इस एप में जानकारी देने के लिये बाध्य किया जा गया है। जिनका डाटा पूरा नहीं हो रहा है, उन्हें वेतन से वंचित भी होना पड़ रहा है। इसी तरह मतदाता सूची व अन्य सरकारी काम आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं से लिया जा रहा है जो कि अव्यवहारिक है। बार बार धरना प्रदर्शन करने के बाद भी आंगनबाड़ी कार्यकर्ता व सहायिकाओं की मांगें पूरी नहीं हो रही है। आगामी दिनों राजधानी रायपुर में धरना प्रदर्शन कर राज्य सरकार के खिलाफ जमकर हल्ला बोला जायेगा और आर पार की लड़ाई लड़ी जायेगी।
निकाली रैली
आज अवकाश होने के बाद भी आंगनबाड़ी कार्यकर्ता व सहायिकाओं ने नेहरू चौक से रैली निकाली, एसपी आफिस, कलेक्टर कार्यालय और पुराना कम्पोजिट बिल्डिंग के रास्ते आईजी आफिस होते हुए फिर से विकास भवन के पास जाकर एकत्रित हुई। रैली में महिलाओं ने जमकर हल्ला बोला और भूपेश सरकार के वादा खिलाफी के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
खाने को लेकर तरसती रही महिलाएं
धरना प्रदर्शन में आई ज्यादातर महिलाएं नास्ता और खाने के लिये होटल तलाशती रही है। एक ओर जहां बारिश थमने का नाम नहीं ले रहा था तो वहीं दूसरी ओर पानी में भीगती महिलाएं भोजन को लेकर तरसती रही। वास रूम की सुविधा नहीं होने के कारण महिलाएं इधर-उधर भटक रही थी। नेहरू चौक स्थित पेट्रोल पंप के वॉस रूम में भारी भीड़ रही।
बारिश ने किया हलाकान
संभाग स्तरीय धरना प्रदर्शन में दूर-दूर से महिलाएं आई थी। ज्यादा लोग बस व निजी वाहन से धरना स्थल पर पहुंचे किंतु बारिश रूकने का नाम ही नहीं ले रहा था। जिसके चलते बस स्टॉप व पेट्रोल पंप में ही महिलाएं सिर छिपाये बैठी रही। विकास भवन के पास आयोजित धरना स्थल के पंडाल से पानी टिपकता रहा। कुछ महिलाएं गाडिय़ों के अंदर ही बैठी रही। सुबह 11 बजे से प्रारंभ हुए धरना प्रदर्शन ने महिलाओं को हलाकान कर दिया। लगभग साढ़े 3 बजे धरना आंदोलन समाप्त किया गया। इसके बाद भी बारिश के कारण भारी परेशानी हुई।