VIDEO – किसानों के लिये वरदान साबित हो रहा है राज्य स्तरीय कृषि समृद्धि मेला
बिलासपुर/अनिश गंधर्व. राज्य स्तरीय कृषि समृद्धि मेला किसानों के लिये वरदान साबित हो रहा है। दूर दराज से किसानों को मेले में फसल संबंधी समस्त जानकारी मुहैया कराई जा रही है। धान, गेहूं के अलावा सब्जी की खेती और खाद के संबंध में पाठशाला का आयोजन कर सारी जानकारी इस मेले में दी जा रही है।
राज्य सरकार की मंशा है कि राज्य के किसान हर मौसम के हिसाब से फसल लगाकर उत्पादन करें और आर्थिक रूप से मजबूत बने। किसानों का पूरा ख्याल रखने वाली छत्तीसगढ़ सरकार इस भव्य मेले के माध्यम से अपनी सारी योजनाओं की जानकारी एक ही पंडाल में दे रही है। पूरे राज्य में बिलासपुर जिले को इसलिये चुना गया है कि यहां व्यापक मात्रा में खेती किसानी की जाती है। जांजगीर-चांपा, मुंगेली, कोरबा, गौरेला पेण्ड्रा मरवाही जिले से जुड़ा हुआ बिलासपुर संभाग में करीब बीस वर्षों बाद राज्य सरकार द्वारा किसान मेले का आयोजन किया जा रहा है। 13, 14, 15 अप्रैल तक चलने इस मेले के समापन अवसर पर स्वयं राज्य के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल हिस्सा लेंगे और किसान भाईयों को संबोधित करेंगे। मेले में दूर दूर से आये किसानों के समूहों को उद्घाटन दिवस पर पुरस्कृत भी किया गया है।
राज्य शासन के आला अधिकारी और जनप्रतिनिधि इस मेले को सफल बनाने में जुटे हुए हैं। मेले में मनोरंजन के लिये रंगारंग कार्यक्रम का आयोजन भी किया गया है। साइंस कालेज मैदान में आयोजित इस कृषि मेले में दूर दराज से आये किसानों के अलावा शहर के नागरिक भी राज्य सरकार की योजनाओं का अवलोकन कर रहे हैं। इसमें गौधन, पशुपालन, सब्जी भाजी की खेती सहित खाद, बिज में किसी तरह की कोई भी समस्या न आये इसलिये प्रशिक्षण दिया जा रहा है।
पाठशाला में नहीं दिख रही किसानों की संख्या
कृषि समृद्धि मेला में किसानों को रेशन परियोजना, मशरूम आदि के लिये पाठशाला के माध्यम से प्रोजेक्टर पर कृषि विद्यालय अधिकारी कर्मचारी क्लास लेकर को जागरूक कर रहे हैं। लेकिन ज्यादातर किसानों में रूची नहीं दिखा रहे हैं। अधिकारी दो चार किसानों को ही योजना के बारे में समझा रहे हैं। ज्यादातर कुर्सियां खाली पड़ी हुई है। कार्यक्रम के शुभारंभ अवसर पर मुख्य अतिथि रविन्द्र चौबे कृषि जीव एवं प्रौद्योगिकी, पशुधन विकास, मछली पालन, जल संसाधन, आयकर एवं संसदीय कार्य मंत्री सहित विधायकगण, सांसद बिलासपुर के अलावा जिला प्रशासन के आला अधिकारी उपस्थित रहे। किंतु मंच पर ज्यादातर कुर्सियां खाली रही। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल समापन दिवस पर आ रहे हैं। मौसम और व्यवस्था को लेकर आयोजनकर्ताओं को चिंता शता रही है।