ग्रामीण ने की कलेक्टर के जन चौपाल में रिश्वत खोर पटवारी की शिकायत
बिलासपुर/अनीश गंधर्व. जिले में राजस्व कर्मचारी खुलेआम रिश्वत की मांग कर रहे हैं। पटवारी कार्यालय में लोग जाने से घबराते हैं। पैसे नहीं देने पर प्रकरण को महीनों लम्बित रखा जाता है, बे हिसाब तरीके से पटवारी धन अर्जित कर रहे हैं। अपने लूट खसोट के धंधे को संचालित करने के लिये पटवारियों द्वारा शासन को बिना सूचना दिए अपने कार्यालय में सहायक की नियुक्ति की गई है और ये सब शासन प्रशासन की आंखों के सामने हो रहा है। ग्रामीण क्षेत्र हो शहरी क्षेत्र पटवारी कार्यालय में जमकर घालमेल किया जा रहा। ज्यादातर पटवारी जमीन दलालों के लिए काम कर रहे हैं। गरीब आदिवासी की जमीनों के अलावा सरकारी जमीनों को हड़पना इनकी आदत हो गई है जिसके चलते राज्य सरकार की बदनामी भी हो रही हैं।
कलेक्टर कार्यालय में आज जन चौपाल का आयोजन किया गया था। इस जन चौपाल में राजस्व के प्रकरण सबसे ज्यादा पाए गए। बेलगहना तहसील के अंतर्गत आने वाले ग्राम सोनपुरी के ग्रामीण रक्ष कुमार ने अपने शिकायत में बताया है कि हल्का पटवारी पंकज तिवारी विगत दो माह रिकार्ड दुरुस्त नहीं कर रहा हैं। रिकॉर्ड दुरुस्त करने के लिए पटवारी ने 10 हजार रुपए की मांग की तो ग्रामीण ने उसे पैसे दे दिया। फिर बाद में पटवारी द्वारा 10 हजार और मांगा जा रहा है। कलेक्टर के समकक्ष आवेदक ने उचित करवाई की मांग की है।
एक ओर राज्य सरकार द्वारा धान खरीदी के लिए किसानों पंजीकरण किया जा रहा है तो दूसरी ओर पटवारी रिकॉर्ड दुरुस्त करने के नाम पर मोटी राशि वसूली कर रहे हैं। पटवारियों की रिश्वत खोरी और मनमानी के चलते गरीब किसान अपना धान सरकार के पास नही बेच सकेंगें, उन्हें खुले बाजार में अनाप शनाप दाम में बेचना पड़ेगा।