जिपं सदस्य अखिलेश प्रताप सिंह की चौपाल में ग्रामीणों को मिला न्याय, कोयला खदान प्रबंधन ने मानी मांगें
सूरजपुर/भैयाथान: जिला पंचायत सदस्य व प्रदेश कांग्रेस कमेटी सचिव अखिलेश प्रताप सिंह ने एक बार फिर अपने जनप्रतिनिधि धर्म को निभाते हुए ग्रामीणों की समस्याओं को न सिर्फ गंभीरता से सुना, बल्कि मौके पर ही उनके समाधान के ठोस निर्णय भी कराए।
शुक्रवार को सूरजपुर जिले के भैयाथान विकासखंड अंतर्गत ग्राम पंचायत खांड़ापारा के समीप भास्करपारा कोल माइंस क्षेत्र में आम के पेड़ की छांव में आयोजित चौपाल में बड़ी संख्या में पहुंचे ग्रामीणों ने जिला पंचायत सदस्य के समक्ष कोल खदान से जुड़ी विभिन्न समस्याएं रखीं।
ग्रामीणों की आवाज बनी चौपाल
ग्रामीणों की शिकायत थी कि प्रकाश इंडस्ट्रीज लिमिटेड द्वारा संचालित भास्करपारा खुली कोल खदान में स्थानीय लोगों को रोजगार नहीं मिल रहा है और जो मजदूर कार्यरत हैं, उन्हें भी न्यूनतम वेतन नहीं मिल रहा। इस पर श्री सिंह ने तत्काल खदान प्रबंधन से चर्चा कर अकुशल मजदूरों का वेतन ₹12,000 से बढ़ाकर ₹15,000 प्रतिमाह करवाने की घोषणा करवाई। यह निर्णय सुनते ही चौपाल में मौजूद लोगों के चेहरे खिल उठे।
प्रभावित गांवों को मिलेगा न्याय
खदान से प्रभावित बड़सरा, भास्करपारा, खांड़ापारा, केंवरा, दलौनी, कुर्रीडीह, कुधरी और कुसमुसी ग्राम पंचायतों के ग्रामीणों ने मुआवजा, नौकरी और बुनियादी सुविधाओं की मांग रखी। श्री सिंह ने कहा कि खदान प्रबंधन को इन मांगों पर संवेदनशीलता से कार्य करना होगा। उन्होंने क्षेत्र के हैवी लायसेंसधारी चालकों को प्राथमिकता के आधार पर खदान में नौकरी देने की बात भी कंपनी प्रबंधन से करवाई।
CSR से होगा समग्र विकास
भास्करपारा कोल कंपनी के निदेशक ए. के. चतुर्वेदी ने चौपाल में ही कई घोषणाएं कीं, जिनमें दनौली ग्राम के मंदिर निर्माण हेतु ₹2 लाख का चेक सरपंच कुंवर सिंह को सौंपा गया। साथ ही दनौली में पेयजल संकट से निपटने के लिए बोरिंग और प्राथमिक स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूती देने हेतु एम्बुलेंस की सुविधा देने का भी आश्वासन दिया गया।
कुर्रीडीह बांध का होगा पुनर्जीवन
कुर्रीडीह ग्राम पंचायत के पुराने बांध और नहर की दुर्दशा पर ध्यान आकर्षित करते हुए श्री सिंह ने इसे सीएसआर मद से गहरीकरण कराने की बात रखी, जिसे कंपनी प्रबंधन ने सहर्ष स्वीकार कर लिया।
सभी वर्गों की रही भागीदारी
इस चौपाल में भाजपा मंडल अध्यक्ष सुनील साहू, खांड़ापारा के सरपंच रामधारी सिंह, दनौली सरपंच कुंवर सिंह, बड़सरा सरपंच जगनारायण सिंह, जिला पंचायत सदस्य इंद्रावती राजवाड़े, रामनारायण राजवाड़े, भाजपा नेता रक्षेन्द्र प्रताप सिंह, प्रदीप राजवाड़े, उजित राजवाड़े, गोविंदा सिंह, सुखलाल सिंह, अशोक कुर्रे, विश्वनाथ सहित बड़ी संख्या में ग्रामीणजन उपस्थित थे। वहीं, खदान प्रबंधन की ओर से ए. के. चतुर्वेदी, ए. के. सिंह, डी. पात्रा, विजय कुमार, पी. के. सिंह मौजूद रहे।
चौपाल बनी संवाद और समाधान का सेतु
यह चौपाल केवल एक कार्यक्रम नहीं, बल्कि जन-प्रतिनिधि और जनता के बीच संवाद का सेतु साबित हुई। अखिलेश प्रताप सिंह ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि “जनता की आवाज को दबाया नहीं जा सकता, और जब तक ग्रामीणों को न्याय नहीं मिलेगा, मैं शांत नहीं बैठूंगा।