अमृत महोत्सव के तहत ग्रामीणों को किया जाएगा जागरूक

बिलासपुर. जिले में आजादी का अमृत महोत्सव के अतर्गत महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम के लाभार्थियों को उनके अधिकारो के बारे में जानकारी देकर सशक्त किया जाएगा। महात्मा गांधी नरेगा में ग्रामीणों के पंजीकरण की प्रक्रिया क्या है. योजना का लाभ कैसे उठाया जा सकता है, किस प्रकार के काम करने होंगे, प्रतिदिन दैनिक मजदूरी दर कैसे मिलेगी, मजदूरी दर क्या है, कार्य करने वाले स्थानो मे मैं क्या सुविधाए उपलब्ध होगी महिला साथ आने वाले बच्चों के लिए क्या सुविधा होगी जैसी मूलभूत जानकारी से ग्रामीणों को परिचित कराया जाएगा। इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य है कि महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियन के तहत ग्रामीणों को उनके अधिकारों से रूबरू कराया जा सके ज्ञात हो कि आजादी के 10 वर्षगांठ के उपलक्ष्य में आजादी का अमृत महोत्सव का कार्यक्रम साल भर संचालित होगा इसी क्रम में 27 अगस्त से 2 सितंबर तक जिले के सभी ग्राम पंचायतों में ग्रामीणों को योजना के बारे मैं विस्तार से बताया जायगा। जिससे कोई भी ग्रामीण शासकीय योजनाओं का लाभ लेने से वंचित ना रह जाएं। जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री हरीस एस ने बताया कि अमृत महोत्सव के अतर्गत विभिन्न गतिविधियां जिले में लगातार सचालित किया जा रहा है। बीते पखवाड़े मैं गर्मियों के साथ मिलकर वर्षा के जल को रोकने के लिए अभियान चलाया गया। इसके साथ ही ग्रामीण क्षेत्र में वृक्षारोपण का कार्य किया गया। योग दिवस के अवसर पर ग्रामीणों को योग का महत्व समझाते हुए बीमारियों से दूर रहने के अनेक उपाय बताए गए। मनरेगा योजना के तहत ग्रामीणों को उनके हक से परिचित कराने के लिए एक सप्ताह का जागरूकता अभियान का आयोजन प्रत्येक ग्राम पंचायतों में किया जाएगा। इस दौरान इसमे महात्मा गाधी नरेगा अंतर्गत कोई ग्रामीण कैसे अपना आवेदन कर पंजीयन करा सकता है, रोजगार मांगने की क्या प्रक्रिया होगी कितने दिनों में मजदूरी मिलेगा मजदूरी भुगतान दिवस प्रकार और कहां से मिलेगा, सप्ताह में कितने दिनो एवम कितने समय तक काम करना होगा. एक गोदी में कितने लोग कार्य करेंगे व एक गोदी की माप इकाई क्या होगी. रोजगार गारंटी योजना में किस प्रकार के कार्य होंगे। समुदाय के लिए एवं हितग्राहियों के लिए कौन कौन से कार्य कराए जा सकते हैं जैसे अनेक विषयों से ग्रामीणो को परिचित कराया जाएगा। जागरूकता अभियान के इस पखवाड़े से ग्रामीणों को प्रत्यक्ष-अप्रत्यक्ष रूप से बहुत लाम होगा। शासकीय कार्यों में ग्रामीणों की भागीदारी बढ़ेगी। ग्रामीणों का ज्ञानवर्धन किया जाएगा कि कैसे मनरेगा के तहत साल भर में होने वाले कायों के चयन मे उनकी क्या भागेदारी होगी और कैसे प्रत्येक ग्रामीण इससे लाभान्वित होंगे।