शब्दावली निर्माण निरंतर चलनेवाली प्रक्रिया : प्रो. रजनीश कुमार शुक्ल
वर्धा. वैज्ञानिक तथा तकनीकी शब्दावली आयोग, शिक्षा मंत्रालय, भारत सरकार, नई दिल्ली की ओर से महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय, वर्धा में न्यू मीडिया संबंधी अंग्रेजी-हिंदी शब्दावली एवं मीडिया में प्रयुक्त होने वाले अंग्रेजी-हिंदी-मराठी भाषा की शब्दावली तैयार करने के लिए 5 से 9 सितंबर 2022 तक दो समानांतर बैठकों का आयोजन किया गया। बैठक के लिए आमंत्रित विषय विशेषज्ञों ने शुक्रवार को विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. रजनीश कुमार शुक्ल से मुलाकात की। इस अवसर पर कुलपति प्रो. शुक्ल ने कहा कि हिंदी और मराठी की शब्दावली बनने से दोनों भाषाओं में नए शब्दों का समावेश होगा। उन्होंने कहा कि शब्दावली निर्माण निरंतर चलनेवाली प्रक्रिया है।
न्यू मीडिया संबंधी अंग्रेजी-हिंदी शब्दकोश निर्माण में जनसंचार विभाग के अध्यक्ष प्रो. कृपाशंकर चौबे, जेएनयू की एसोशिएट प्रोफेसर डॉ. शुचि यादव, आकाशवाणी के सेवानिवृत्त केंद्र निदेशक डॉ. महावीर सिंह, जेएनयू के प्रबंधन विद्यापीठ के अधिष्ठाता प्रो. अरविंद कुमार, वैश्विक संस्कृत मीडिया काउंसिल के अध्यक्ष डॉ. बलदेवानंद सागर, विश्वविद्यालय के जनसंचार विभाग की सहायक प्रोफेसर डॉ. रेणु सिंह तथा वैज्ञानिक तथा तकनीकी शब्दावली आयोग की सहायक वैज्ञानिक अधिकारी चक्प्रम बिनोदिनी देवी एवं मीडिया संबंधी अंग्रेजी-हिंदी-मराठी शब्दावली के विषय विशेषज्ञ वरिष्ठ पत्रकार सुधीर पाठक, सोलापुर विश्वविद्यालय के जनसंचार विभाग के अध्यक्ष डॉ. रवींद्र चिंचोलकर, आईआईएमसी, अमरावती के एक्जंक्ट प्रोफेसर अनिल जाधव, पत्रकार सुरेन्द्र चापोरकर, पत्रकार मंदार मोरोने, कवि कुलगुरु कालिदास संस्कृत विश्वविद्यालय, रामटेक की सहायक प्रोफेसर श्रीवरदा मलगे, यवतमाल की जिला सूचना अधिकारी मनीषा सावले, हिंदी विश्वविद्यालय के जनसंचार विभाग के सहायक प्रोफेसर डॉ. राजेश लेहकपुरे और जनसंपर्क अधिकारी बुद्धदास मिरगे विषय विशेषज्ञ के रूप में शामिल थे।