आयुर्वेद डॉ. की चेतावनी : गर्मी में भारी पड़ सकता है अधिक काढ़े का सेवन, जानें क्या है पीने का सही समय और तरीका
कोरोना वायरस के आने के बाद अधिकतर लोग देसी नुस्खों को आजमाकर अपना इम्यून सिस्टम दुरुस्त कर रहे हैं। पिछले एक साल से काढ़ा का सेवन काफी अधिक हो रहा है। लेकिन क्या गर्मी के सीजन में भी काढ़ा पीना लाभकारी होगा या फिर सेहत की दूसरी समस्याओं को जन्म देगा। जानिए एक्सपर्ट्स की राय।
कोरोना वायरस की दूसरी लहर के मामलों में अब दिन-ब-दिन कमी आ रही है। इसमें कोई संदेह नहीं कि वैक्सीनेशन और लॉकडाउन के चलते कोविड का प्रकोप थोड़ा कम हुआ है। लेकिन इसके अलावा हर रोज लाखों लोग घर में रहकर भी कोविड का ट्रीटमेंट कर ठीक हो रहे हैं। जैसा कि आप जानते हैं कि अस्पतालों में इस समय बेड और ऑक्सीजन की भारी किल्लत है लिहाजा अब लोग देसी नुस्खे आजमा रहे हैं। कोविड महामारी के दौर में आयुर्वेद के नुस्खे काफी चलन में हैं और इनसे लोगों को फायदा भी मिल रहा है। कोविड से बचाव के लिए अब अधिकतर लोग इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए देसी काढ़ा का सेवन करने लगे हैं।
गर्मी में सभी के लिए फायदेमंद नहीं होता काढा
गर्मी के सीजन में एक दिन में सिर्फ 30ml ग्राम ही काढ़े का सेवन करना चाहिए। इससे आपको नुकसान नहीं होगा। इसलिए इसकी बहुत कम मात्रा लेनी चाहिए।
अधिक काढ़ा पीने से हो सकती हैं ये समस्याएं
फ्रेश होने के वक्त जोर लगाएंगे तो समस्याएं और बढ़ सकती हैं। इसलिए बेहतर होगा कि वे काढ़ा न पिएं। अगर पीना ही है तो एक बार में 15 ml ही पिएं। दिन में 30 ML ही लेना सही होगा।
ऐसे लोग गर्मी में ले सकते हैं 50ml काढ़े की मात्रा
- जागने के एक घंटे बाद सुबह या फिर शाम को 4 से 5 बजे के बीच काढ़ा पी सकते हैं।
- खाली पेट काढ़ा का सेवन कभी न करें क्योंकि इसमें मौजूद तत्व एसिडिटी का कारण बन सकते हैं। इसका सेवन आप नाश्ते के बाद कर सकते हैं।
- सर्दी में आप भले ही आप 150 मिली या इससे ज्यादा काढ़ा का सेवन कर सकते हैं लेकिन गर्मी में 50ML ही सही होगा। एक बार में बहुत अधिक सेवन करने से आपको मतली और एसिडिटी महसूस हो सकती है।
- गर्मी में काढ़े में प्रयोग होने वाली जड़ी बूटियां जैसे काली मिर्च, लौंग और अदरक जैसी गर्म सामग्री की मात्रा सीमित रखें।
- अपने काढ़े में शहद मिलाएं क्योंकि यह एसिडिटी और एंगर को बेअसर करने में मदद करती है।
- अगर आप डायबिटीज के मरीज हैं तो काढ़े में ज्यादा शहद या मुलेठी का इस्तेमाल करने से बचें।
जैसा कि ऐसी कई रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि कोरोना वायरस कमजोर प्रतिरक्षा वाले लोगों को अपना शिकार बना रहा है और यही वजह है इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए देसी नुस्खों पर भरोसा कर रहे हैं।