मूणत परिवहन मंत्री रहते भगवान राम, हनुमान और माता के नाम पर वसूली टोकन चलाते थे
- राजेश मूणत बैरियर बंद करके तस्करों के संरक्षक बनना चाह रहे हैं
- ट्रकों से वसूली के लिए बनाए गए मूणत के टोकन को छत्तीसगढ़ की जनता अभी भूली नहीं है
- राजेश मूणत जब परिवहन मंत्री थे तब प्रति ट्रक 900 और 1400 रुपये की वसूली होती थी
रायपुर. राजेश मूणत के बयान पर पलटवार करते हुए प्रदेश कांग्रेस कमेटी के वरिष्ठ प्रवक्ता सुरेन्द्र वर्मा ने कहा है कि परिवहन मंत्री रहते राजेश मूणत वसूली के नए-नए तरीके अपनाते रहे। परिवहन मंत्री रहते भगवान राम और हनुमान के नाम पर वसूली टोकन चलाने वाले राजेश मूणत बैरियर बंद करने का जुमला फेंक रहे। राजेश मूणत यह बताएं कि उनके कार्यकाल में परिवहन विभाग का होलोग्राम वाला नीलम टोकन क्या था?
प्रदेश कांग्रेस कमेटी के वरिष्ठ प्रवक्ता सुरेन्द्र वर्मा ने कहा है रमन सरकार के दौरान बैरियर में टोकन के जरिए वाहन चालकों से करोड़ों की वसूली का आरोप था। भाजपा के झंडे के कलर का टोकन, मर्यादा पुरुषोत्तम प्रभु श्री राम जी के नाम पर बना टोकन, जय मां दुर्गा एवं अन्य नाम से बने टोकन के जरिए राजेश मूणत के परिवहन मंत्री रहते रमन सरकार में अवैध वसूली जारी रही। तमाम मिडिया रिपोर्ट में भाजपा के भ्रष्टाचार उजागर हुए हैं। मूणत बताए कि रमन राज में परिवहन में हर साल 100 करोड़ से अधिक की अवैध वसूली की रकम किसके खाते में जाता था? 1400 करोड़ से अधिक के कमीशन में कौन कौन हिस्सेदार थे? 2400 रूपए लेकर 1500 की रसीद के साथ में 900 का नीलम टोकन देना सभी बैरियर में अनिवार्य कर दिया गया था। परिवहन मंत्री रहते राजेश मूणत का भ्रष्टाचार रमन सिंह के संरक्षण में लगातार जारी रहा। अवैध वसूली के सरगना भाजपाई अब बैरियर बंद करने की हास्यास्पद बात कर रहे हैं।
प्रदेश कांग्रेस कमेटी के वरिष्ठ प्रवक्ता सुरेंद्र वर्मा ने कहा है कि दरअसल राजेश मूणत, रमन सिंह सहित तमाम भाजपा नेता अपराध और अपराधियों के राष्ट्रीय संरक्षक की भूमिका में हैं। अपराध और तस्करी रोकने में अंतराज्यीय बॉर्डर के बैरियर महत्वपूर्ण होते हैं। छत्तीसगढ़ लैंडलॉक प्रदेश है सात राज्यों से हमारी सीमा लगी हुई है, ऐसे में बॉर्डर पर निगरानी के लिए बैरियर ज़रूरी है, लेकिन कोचियों और तस्करों को संरक्षण देने वाले भाजपाई केवल चुनावी लाभ के लिए नए-नए जुमले परोस रहे हैं।