जिसे गोद लेकर पढ़ाया-लिखाया वो डॉक्टर बना तो शादी में पहुंचे Rajnath Singh, कही ये बात
नई दिल्ली. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) के राजनीतिक सफर में उनके कई मानवीय पहलू देखने को मिले हैं. यूपी के मुख्यमंत्री की जिम्मेदारी निभा चुके राजनाथ सिंह ने कई लोगों की जिंदगी बनाने में अहम योगदान दिया है. उनके एक ऐसे ही मानवीय पहलू की चर्चा हो रही है. मामला बीस साल पुराना है तब उन्होंने पिता को खोने वाले एक प्रतिभाशाली दलित युवा बृजेंद्र की शिक्षा की जिम्मेदारी ली थी. 20 साल बाद जब उसकी शादी हुई, तो वहां भी केंद्रीय मंत्री शामिल हुए. ये शादी उत्तर प्रदेश के गाजीपुर जिले के उसके पैत्रक गांव में हुई.
साल 2002 का मामला
बृजेन्द्र ने साल 2002 में आठवीं क्लास की परीक्षा में टॉप किया था. तब उत्तर प्रदेश के तत्कालीन मुख्यमंत्री राजनाथ सिंह ने यह जानने के बाद कि उसके पिता का निधन हो गया, उसकी शिक्षा की पूरी जिम्मेदारी ली थी. बृजेन्द्र की शादी में शिरकत करने पर खुशी जताते हुए सिंह ने शनिवार को एक ट्वीट में कहा, ‘जब मैं यूपी का मुख्यमंत्री था तो एक बच्चे की पढ़ाई लिखाई की जिम्मेदारी उठायी थी. वह बच्चा पढ़ लिख कर डॉक्टर बना. आज उसी डा. बृजेंद्र के विवाह समारोह में उसके घर जाकर शामिल हुआ और उसे अपनी शुभकामनाएं दीं. मेरे लिए निश्चित रूप से यह एक बड़े संतोष और आनंद का क्षण है.’ राजनाथ सिंह ने कहा कि यह उनके लिए बहुत संतोष और खुशी का क्षण था. रक्षा मंत्री के दफ्तर से मिली जानकारी के मुताबिक पिछले दो दशकों में सिंह ने अपने बेटे की तरह डॉक्टर बृजेंद्र की देखभाल करने के साथ उसकी पढ़ाई-लिखाई और बाकी जरूरतें पूरी करने में उसकी हर तरह से मदद की थी.