‘फिल्मों में मुस्लिमों को नेगेटिव रोल ही क्यों?’ इमेज को दुरुस्त करने के लिए बन रहा ये प्लान
नई दिल्ली. फिल्मों के जरिए मुसलमानों की छवि सुधारने और इंडस्ट्री में मुसलमानों की भागीदारी बढ़ाने के लिए सुनियोजित तरीके से प्रयास किए जा रहे हैं. पिलर्स नाम के एक एडवोकेसी ग्रुप ने इसके लिए वॉल्ट डिज्नी कंपनी के साथ मिलकर काम करने के लिए प्लान बनाया है. पिलर्स नामक प्रोजेक्ट मुस्लिम कलाकारों के बारे में जानकारी का एक डेटाबेस है, जिसे शिकागो में अल्पसंख्यक अधिकार समूह, पिलर्स फंड द्वारा लॉन्च किया गया है.
क्या है पूरा प्लान?
पिलर्स ने पहले दक्षिणी कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय में एनेनबर्ग NGO के साथ, फिल्म उद्योग में मुसलमानों की नकारात्मक छवि पर रिपोर्ट तैयार की थी. पिलर्स के सह-संस्थापक और इसके अध्यक्ष काशिफ शेख ने कहा कि इस डेटाबेस का उद्देश्य मुस्लिम अभिनेताओं, निर्देशकों, आर्टिस्ट्स, म्यूजिशियन और फिल्म उद्योग से जुड़े अन्य लोगों का रिकॉर्ड रखना है. इस डेटा का उपयोग फिल्म इंडस्ट्री में ज्यादा से ज्यादा मुस्लिमों को काम देने के लिए किया जाएगा.
मुस्लिमों की छवि से परेशान?
कुछ महीने पहले हॉलीवुड मुस्लिम अभिनेता रिज अहमद ने फिल्म उद्योग के एक कार्यक्रम में भाषण दिया था, जिसमें मुस्लिमों के साथ दुर्व्यवहार और उनके लिए की जाने वाली गलत बयानी की समस्या को उठाया. उन्होंने कहा, मुसलमानों की गलत तस्वीर पेश जा रही है, जिसे अब नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है. इस अभिनेता ने ऑस्कर विजेता फिल्मों की तीखी आलोचना की, जिसमें अमेरिकी स्निपर और अर्गो शामिल हैं. उन्हें पूरी तरह से नस्लवादी बताते हुए, मुसलमानों की गलत छवि बनाने का आरोप लगाया. रिज अहमद ने कहा, कुछ फिल्मों में मुसलमानों को अपहरण करने वाले आतंकवादियों के रूप में दिखाया जाता है.
फिल्मों में मुस्लिमों को नेगेटिव रोल ही क्यों?
इसके साथ ही संयुक्त राज्य अमेरिका, ब्रिटेन, ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड में 2017 और 2019 के बीच रिलीज हुई 200 सबसे अधिक कमाई करने वाली फिल्मों के विश्लेषण के आधार पर तैयार रिपोर्ट ‘मिसिंग एंड मालिग्न्ड’ का भी जिक्र किया. इस रिपोर्ट के मुताबिक इन फिल्मों में 2% से कम प्रमुख मुस्लिम पात्र थे. अमेरिकी और अंग्रेजी फिल्मों में, यह दर 1.1% तक गिर गई. इस स्टडी में दावा किया गया कि फिल्मों में 39% मुस्लिम पात्रों को हिंसा करते हुए दिखाया गया. 75% से अधिक खराब पात्रों को इस्लामी कपड़े पहने दिखाया गया.