हमलावरों को समुद्र की गहराई से भी ढूंढ़ निकालेंगे : राजनाथ

मुंबई . सुपरसोनिक ब्रह्मोस मिसाइल दागने की क्षमता से लैस ‘स्टेल्थ गाइडेड’ मिसाइल विध्वंसक आईएनएस इंफाल को मंगलवार को मुंबई में भारतीय नौसेना में शामिल किया गया। इस मौके पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, नौसेना प्रमुख एडमिरल आर हरि कुमार आदि मौजूद रहे। नौसेना के युद्धपोत डिजाइन ब्यूरो द्वारा डिजाइन किया गया यह पहला युद्धपोत है जिसका नाम पूर्वोत्तर के किसी शहर के नाम पर रखा गया है। नौसेना के मुताबिक इस युद्धपोत में एक आधुनिक निगरानी रडार लगा है। यह युद्धपोत परमाणु, जैविक और रासायनिक (एनबीसी) युद्ध के हालात में भी लड़ने में सक्षम है। युद्धपोत का निर्माण 19 मई 2017 को शुरू हुआ था और इसे 20 अप्रैल 2019 को पानी में उतारा गया था। यह छह महीने की रिकॉर्ड समयसीमा के भीतर 20 अक्तूबर 2023 को नौसेना को सौंप दिया गया जो इस आकार के जहाज के लिए सर्वाधिक तेज प्रक्रिया है।

इस मौके पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि भारत सरकार ने वाणिज्यिक पोत ‘एमवी केम प्लूटो’ और ‘एमवी साईबाबा’ पर हमलों के लिए जिम्मेदार लोगों को समुद्र की गहराई से भी ढूंढ़कर कड़ी कार्रवाई करेगी। उन्होंने कहा कि हाल ही में वाणिज्यिक पोतों पर हुए हमलों के बाद भारत ने समुद्र में गश्त बढ़ा दी है।

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