Winter food : सर्दियों में शरीर को रखना है अंदर से गर्म, तो खाएं इन 6 आटों से बनी रोटियां

हर सीजन में हम गेंहू के आटे का उपयोग करते हैं, लेकिन सर्दियों के दिनों में हम दूसरे पोषक तत्वों से भरे आटे की रोटियां भी अपनी डाइट में शामिल कर सकते हैं। यहां जानें इन रोटियों को खाने से शरीर को कितनी ताकत मिलती है।

विंटर सीजन में लोग तमाम तरह के वायरल और संक्रमण का शिकार होते हैं। इस मौसम में होने वाली बीमारियों से बचना है तो हमें अपना इम्युन सिस्टम मजबूत रखना होगा। क्योंकि मौसमी बुखार या एलर्जी हो या फिर आम वायरल हमें इन संक्रमणों से लड़ने के लिए एक मजबूत इम्युन सिस्टम की आवश्यकता होती है। लिहाजा इस सीजन में हमें अपनी डाइट का खास ख्याल रखना जरूरी है।

हर सीजन में हम गेंहू के आटे का उपयोग करते हैं, लेकिन इन दिनों इसके अलावा हम दूसरे पोषक तत्वों वाले आटे के व्यंजनों को भी अपनी डाइट में शामिल कर सकते हैं। इन आटों से बनी चपातियां न सिर्फ स्वादिष्ट होती हैं बल्कि इनसे आपका इम्युनिटी सिस्टम भी मजबूत रहता है। आज हम आपको 6 प्रकार के आटे के बारे में बता रहे हैं जिनकी चपातियों के अलावा भी कई व्यंजन तैयार किए जा सकते हैं।

इम्युन सिस्टम बूस्ट करता है बाजरे का आटा

फाइबर और पोटेशियम से भरपूर, बाजरा एक ऐसा आटा है जिसका सेवन सर्दियों के मौसम में तमाम भारतीय परिवारों के लोग करते हैं। इस आटे का प्रयोग वो लोग करते हैं जो गेंहू के आटे का सेवन नहीं कर सकते हैं। बाजरा ओमेगा -3 और आयरन का भी अद्भुत स्रोत है। आप इस आटे की न सिर्फ चपातियां बनाकर सर्व कर सकते हैं बल्कि उत्तपम, दलिया और खिचड़ी भी बना सकते हैं। बाजरा आपकी केवल पाचन क्रिया को तो दुरुस्त रखता ही है साथ ही कई तरह की बीमारियों से भी बचाता है। लस मुक्त (gluten-free) बाजरा खाने से शरीर को भरपूर एनर्जी मिलती है क्योंकि ये ऊर्जा एक बहुत अच्छा स्त्रोत है। वजन घटाने के लिए भी आप बाजरे के आटे का उपयोग कर सकते हैं। दरअसल, बाजरा खाने के बाद काफी देर तक भूख नहीं लगती है जिससे वजन कंट्रोल करने में मदद मिलती है।

पाचन क्रिया में सुधार के अलावा ये हैं ज्वार के आटे के फायदे

ज्वार एक लस मुक्त (gluten-free) आटा है जो पाचन में सुधार करता है। इसके सेवन से शरीर में शुगर का लेवल नियंत्रित करता है। दिल के मरीजों के लिए भी ज्वार का आटा अत्यंत लाभकारी है। बाजरा की तरह ज्वार भी शरीर में शक्ति प्रदान करता है और थकान को दूर करता है। इसके सेवन से शरीर में जलन, मोटापा, गैस, घाव और बवासीर जैसी शिकायतें नहीं होती हैं। ज्वार की रोटियों के अलावा आप इसके आटे से उपमा, डोसा और यहां तक कि पेनकेक्स भी तैयार कर सकते हैं। इसके सेवन से भी इम्युनिटी सिस्टम मजबूत होता है।
बाल बढ़ाने के लिए करें कंगनी के आटे वाले व्यजंनों का सेवन

कंगनी को फॉक्सटेल बाजरा के रूप में भी लोग जानते हैं। सर्दियों के दौरान इसका सेवन आपके लिए कई तरह से लाभकारी हो सकता है। विटामिन बी 12 से समृद्ध कंगनी दिल और तंत्रिका तंत्र यानी नरवस सिस्टम के सुचारू संचालन यानी स्मूद फंक्शनिंग को सुनिश्चित करता है। बाल बढ़ाने के लिए इस खाने को खाने की सलाह दी जाती है। फॉक्सटेल बाजरा आसानी से पक जाता है। इसका उपयोग भी रोटी, दलिया, पुलाव, खिचड़ी बनाने के लिए किया जाता है।
लजीज ही नहीं लाभकारी भी है मक्के का आटा

सर्दियों के सीजन में मक्की की रोटी और सरसों का साग एक परफेक्ट कॉम्बिनेशन वाला भोजन है। इस आटे का इस्ततेमाल खास तौर से सर्दियों में ही किया जाता है। मक्का विटामिन ए, सी, के, बीटा-कैरोटीन और सेलेनियम जैसे पोषक तत्वों का भंडार है। एनीमिया के रोगियों के लिए मक्की लाभकारी अनाज है क्योंकि यह आयरन युक्त है। सरसों का साग एक मौसमी व्यंजन है। यह खाने में तो लजीज है ही साथ ही इसके सेवन से इम्युनिटी सिस्टम भी मजबूत होता है।

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