मलबे से महिला को 60 घंटे बाद जिंदा निकाला गया, बचाव कार्य जारी
बैंकॉक : म्यांमार में आए 7.7 तीव्रता के विनाशकारी भूकंप के तीन दिन बाद मांडले शहर में एक होटल के मलबे से एक महिला को सुरक्षित बाहर निकाला गया। शुक्रवार को आए इस भूकंप में अब तक लगभग 2,000 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि बचाव दल लगातार जीवित बचे लोगों की तलाश में जुटे हैं। महिला 60 घंटे तक मलबे में फंसी रही और चीनी, रूसी और स्थानीय बचाव दलों ने पांच घंटे के ऑपरेशन के बाद उसे सुरक्षित बाहर निकाला। चीन के दूतावास के अनुसार, महिला की हालत स्थिर है।
थाईलैंड में भी जारी है बचाव कार्य
भूकंप के प्रभाव से थाईलैंड में एक निर्माणाधीन गगनचुंबी इमारत ढह गई, जिसके मलबे में 76 लोग फंसे होने की आशंका है। बैंकॉक के गवर्नर चाडचार्ट सिट्टीपुंट ने कहा कि 72 घंटे पूरे होने के बावजूद बचाव कार्य जारी रहेगा, क्योंकि तुर्की जैसे देशों में एक हफ्ते तक मलबे में दबे लोग जीवित पाए गए हैं। सरकारी आंकड़ों के अनुसार, म्यांमार में अब तक 1,700 लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं, वॉल स्ट्रीट जर्नल की रिपोर्ट के अनुसार, यह संख्या 2,028 तक पहुंच चुकी है। संयुक्त राष्ट्र (UN) ने 23,000 से अधिक प्रभावितों के लिए राहत सामग्री भेजी है।
भारत, चीन, अमेरिका समेत कई देश मदद के लिए आगे आए
भारत, चीन और थाईलैंड समेत कई देशों ने राहत सामग्री और बचाव दल भेजे हैं। अमेरिका ने $2 मिलियन (करीब 16 करोड़ रुपये) की सहायता राशि देने का ऐलान किया है।
भूकंप के बीच संघर्ष
भूकंप के बाद भी म्यांमार में सैन्य संघर्ष जारी है। विद्रोही गुटों के अनुसार, सैन्य शासन अभी भी गांवों पर हवाई हमले कर रहा है, जिससे राहत प्रयासों में बाधा आ रही है। सिंगापुर ने तुरंत युद्धविराम की अपील की, ताकि राहत कार्यों में तेजी लाई जा सके। देश की बुनियादी संरचनाएं (ब्रिज, हाईवे, एयरपोर्ट, रेलवे) बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई हैं, जिससे राहत कार्यों में कठिनाई आ रही है। 3.5 मिलियन से अधिक लोग पहले ही विस्थापित हो चुके हैं और स्वास्थ्य सुविधाएं भी चरमरा गई हैं।