रामवनगमन पर्यटन पथ के कार्य छत्तीसगढ़ के भांजा कौशिल्या नंदन राम को समर्पित : अटल श्रीवास्तव
बिलासपुर. पिछले 66 वर्ष से लगातार चांटीडीह रामायण चौक में नवधा रामायण की परम्परा को आज भी चांटीडीह के रामायण प्रेमी जिंदा रखे हुए हैं, नवधा रामायण का आठवें दिन कार्यक्रम में शामिल होने छत्तीसगढ़ पर्यटन मंडल अध्यक्ष अटल श्रीवास्तव, अरपा विकास प्राधिकरण उपाध्यक्ष अभय नारायण राय, सदस्य महेश दुबे पहुंचे। प्रतिदिन संध्या आरती में अतिथियों ने भाग लिया। भगवान श्रीराम एवं राम दरबार की पूजा अर्चना की। इस अवसर पर पर्यटन मंडल अध्यक्ष अटल श्रीवास्तव ने कहा कि छत्तीसगढ़ की वर्तमान कांग्रेस सरकार एवं मुख्यमंत्री भूपेश बघेल जी रामवनगमन पर्यटन पथ पर कार्य कौशिल्या नंदन भांचा राम को समर्पित है। रामायण काल से छत्तीसगढ में ऐसी मान्यता है कि 14 वर्ष वनवास के समय भगवान राम ने 10 वर्ष छत्तीसगढ़ में बिताया था, उन्हीं स्थलों को चिन्हित कर रामवनगमन पर्यटन पथ बनाया जा रहा है, जिसके तहत् चंद्रखुरी में कौशिल्या माता का मंदिर, भगवान श्रीराम की 50 फीट ऊंची मूर्ति, शिवरीनारायण में घाट का जीर्णाेद्धार एवं भगवान श्रीराम की मूर्ति लगाई जा चुकी है। उन्होंने उपस्थित राम भक्तों से निवेदन है कि आप लोग चंद्रखुरी और शिवरीनारायण जाकर जरूर देंखे। लगातार आयोजन हेतु आयोजकों को बधाई दी। महेश दुबे ने इस अवसर पर कहा कि स्व.मदन लाल शुक्ला के समय से चले आ रही यह कार्यक्रम की विशेषता यह है कि पुरानी और नई पीढ़ी मिलकर नवधा रामायण का आयोजन कर रही है। पूरे 10 दिन तक राम मय वातावरण रहता है और बिलासपुर में चांटीडीह का यह चौक रामायण चौक के नाम से जाना जाता है, यह इस आयोजन की उपलब्धि है। कार्यक्रम में अभय नारायण राय ने भी अपने विचार रखें। अटल श्रीवास्तव ने आयोजन समिति की मांग पर आयोजन स्थल पर दूसरी मंजिल में सहयोग करने की घोषणा की और बहुत जल्द कार्य प्रारम्भ करने की बात कही। इस अवसर पर अंकुश गुप्ता, लक्ष्मण रजक (अध्यक्ष), सुशील मौर्य, महेश राम सिंगरौल, पं.श्यामकंात शर्मा, नवलकिशोर सोनी सहित हजारों की संख्या में मातायें बहनें उपस्थित थीं। 10नवम्बर से प्रारम्भ उक्त आयोजन का समापन 20 नवम्बर को होगा। अच्छी समितियों को गायन के लिए पुरूस्कृत किया जायेगा।