जिले में मनाया गया विश्व हेपेटाइटिस दिवस, कलेक्टर ने जागरूकता रथ को दिखाई हरी झंडी

 

हेपेटाइटिस से बचाव की दी गई जानकारी

बिलासपुर. विश्व हेपेटाइटिस दिवस के अवसर पर आज जिला कार्यालय परिसर से कलेक्टर श्री संजय अग्रवाल एवं नगर निगम आयुक्त श्री अमित कुमार ने दो जागरूकता रथों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। दोनों रथों को शहर के अलग-अलग मार्गों एवं स्थानों जैसे कि नेहरु चौक, जिला चिकित्सालय, सिम्स, शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र गांधी चौक, राजकिशोर नगर, बंधवापारा एवं शहर के प्रमुख मार्गाे में भ्रमण कराया गया। प्रचार-प्रसार रथ में जन जागरुकता हेतु फ्लैक्स लगाए गए है तथा ऑडियो मैसेज चला कर लोगों को जागरुक किया गया। इस अवसर पर मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. शुभा गढ़ेवाल, जिला स्वास्थ्य अधिकारी, जिला नोडल अधिकारी, हेपेटाइटिस नियंत्रण कार्यक्रम एवं डिस्ट्रिक्ट मैनेजर डाटा, आईडीएसपी उपस्थित थे।
विश्व हेपेटाइटिस दिवस के अवसर पर स्वास्थ्य विभाग द्वारा नगर निगम, बिलासपुर के समन्वय से शहर के जोन क्र. 08 के मुख्यालय कोनी एवं मोपका स्थित गोठान में कैंप मोड टेस्टिंग शहर के सफाई कर्मियों का किया गया। जिले में 293 मरीजों का हेपेटाइटिस बी का टेस्ट हुआ, जिसमें 16 मरीज पॉजीटिव मिले एवं 263 मरीजों का हेपेटाइटिस सी टेस्ट हुआ, जिसमें सभी मरीज निगेटिव मिले।
स्वास्थ्य विभाग द्वारा शहर के प्रमुख स्थानों कलेक्टोरेट परिसर, नेहरु चौक, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी कार्यालय परिसर एवं नगर निगम भवन (टाउन हॉल) में हेपेटाइटिस की सामान्य जानकारी, लक्षण एवं बचाव के उपायों को प्रदर्शित करता हुए होर्डिंग चस्पा किये गये हैं। छत्तीसगढ़ आयुर्विज्ञान संस्थान (सिम्स) में अधिष्ठाता एवं संयुक्त संचालक सह चिकित्सा अधीक्षक के नेतृत्व में विश्व हेपेटाइटिस दिवस मनाया गया, जिसके अंतर्गत अस्पताल के चिकित्सा अधिकारी, चिकित्सक, स्टाफ नर्स, स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा अस्पताल में आए मरीजों को हेपेटाइटिस के लक्षण, कारण एवं बचाव की जानकारी दी गयी। स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा पोस्टर, चित्र एवं रंगोली के माध्यम से लोगों को जागरुक किया गया।
प्रचार-प्रसार सामग्री के माध्यम से लक्षण युक्त व्यक्तियों को हेपेटाइटिस जाँच कराने एवं हेपेटाइटिस कन्फर्म होने पर सिम्स अथवा जिला चिकित्सालय में उपचार कराने हेतु आग्रह किया गया। गर्भवती माताओं का हेपेटाइटिस बी जांच आवश्यक है, हेपेटाइटिस बी पॉजीटिव माता से उत्पन्न हुए शिशु को हेपेटाइटिस बी की जन्म खुराक के साथ हेपेटाइटिस बी इम्युनोग्लोबुलिन दिया जाना आवश्यक है, जिससे नवजात शिशु में हेपेटाइटिस रोग का खतरा न हो। विश्व हेपेटाइटिस दिवस के अवसर पर सिम्स, जिला चिकित्सालय, समस्त सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों एवं शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों में हेपेटाइटिस बी एवं हेपेटाइटिस सी की सघन जाँच की गयी।

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