World Hypertension Day 2021 : ब्लड प्रेशर के मरीज हैं, तो जान लीजिए किस समय लेना चाहिए बीपी; कब खाएं गोली
हाई बीपी से ग्रसित लोगों को किसी भी समय बीपी नहीं लेना चाहिए। इससे गलत रीडिंग की संभावना बढ़ जाती है। विशेषज्ञ कहते हैं कि सटीक रीडिंग के लिए दिन के समय बीपी लेना सबसे अच्छा तरीका है।
क्या आपको हाई ब्लड प्रेशर की शिकायत है। अगर हां, तो जाहिर सी बात है कि आप हर दिन अपना बीपी चैक करते होंगे। वैसे ब्लड प्रेशर को हर दिन लेना आपके स्वास्थ्य की देखरेख करने का सबसे अच्छा तरीका है। खासतौर से यदि आप घर पर बीपी चैक कर रहे हैं, तो रिजल्ट्स एकदम सटीक होने चाहिए। एक सटीक रीडिंग लेने के अच्छे तरीकों में से एक है हर दिन एक ही समय पर बीपी चैक करना।
जागने के तुरंत बाद बीपी चैक करना अच्छा नहीं माना जाता। क्योंकि इस समय ये सबसे कम रीडिंग देगा। ऐसे में आपकी चिंता बढ़ सकती है। इससे अच्छा है कि जागने के आधे से एक घंटे बाद अपना बीपी चैक करें।
टॉयलेट जाने से पहले
- रीडिंग लेने से पहले 5 मिनट रिलेक्स हो जाएं।
- जिस कमरे में रीडिंग ले रहे हैं, वह ना ज्यादा ठंडा हो और ना ज्यादा गर्म हो।
- बिस्तर पर बैठे -बैठे रीडिंग ना लें। पैरों को फर्श पर सपाट कर के बैठें।
- माप के लिए जिस हाथ का उपयोग कर रहे हैं उसे टेबल पर रखें।
- बीपी लेते समय अपनी स्लीव्स ऊपर करें।
- देखें कि ब्लड प्रेशर कफ सही ढंग से रखा गया है या नहीं।
- माप लेते समय बातचीत ना करें। इससे रीडिंग में अंतर बहुत जल्दी आता है।
- लगभग तीन मिनट बाद फिर से बीपी लेना भी अच्छा तरीका हो सकता है। दरअसल, ऐसा करने से यह जानने में मदद मिलेगी कि आपका ब्लड प्रेशर सही था। यदि दोनों रीडिंग के बीच बड़ा अंतर है, तो तीसरी बार फिर से रीडिंग लें और हर रीडिंग को रिकॉर्ड करें।
- 120/80 से 129/80 mm Hg-अगर पारा इस रीडिंग पर है, तो यह रीडिंग स्वस्थ मानी जाती है।
- 130/80 से 139/89 mm Hg के बीच-इस श्रेणी में रीडिंग को हाई माना जाता है। जिसे प्री-हाइपरटेंशन कहते हैं। इस रीडिंग को स्टेज 1 हाई ब्लड प्रेशर माना जाता है। यदि लाइफस्टाइल में बदलाव के बाद भी रीडिंग में सुधार न हो, तो आपको हाई बीपी की दवा लेनी शुरू करना पड़ सकती है।
- 140-90 से 179-119 mm Hg –इसे स्टेज -2 हाई ब्लड प्रेशर माना जाता है, जो और भी गंभीर स्थिति का संकेत है। इसमें आपको ज्यादा दवाएं दी जा सकती हैं।
- 180/120 mm Hg या इससे अधिक-इस रेंज तक बीपी बढऩा एक इमरजेंसी कंडीशन है। इससे शरीर का कोई ऑर्गन भी फेल हो सकता है। यदि आपको ऐसी रीडिंग मिले, तो तुरंत डॉक्टर के पास जाएं।
- सब्जियों, साबुत अनाज और लीन प्रोटीन से भरपूर स्वस्थ आहार का पालन करें।
- ज्यादा चीनी और सोडियम हाई बीपी वालों के लिए जहर है। इससे बचें।
- व्यायाम करें और धूम्रपान छोड़ दें।
- स्ट्रेस लेवल कम करें और अच्छी नींद लें।
हर दिन ब्लड प्रेशर चैक करने से पहले खाने, पीने या व्यायाम करने से बचे रहें। बीपी को हर दिन रिकॉर्ड करें और किसी भी बदलाव के बारे में डॉक्टर को बताएं। खासतौर से अगर बीपी बहुत ज्यादा हो तो।