माता दुर्गा के नौवें स्वरूप सिद्धिदात्री देवी की पूजा-अर्चना
आज शारदीय नवरात्रि की नवमी तिथि है। यानी आज माता दुर्गा के नौवें स्वरूप सिद्धिदात्री देवी की पूजा-अर्चना की जा रही है। यह स्वरूप भक्तों को सभी सिद्धियां और सिद्धि-सम्पन्न जीवन प्रदान करने वाला माना गया है।
मार्कण्डेय पुराण के अनुसार अणिमा, महिमा, गरिमा, लघिमा, प्राप्ति, प्राकाम्य, ईशित्व और वशित्व – ये आठ सिद्धियां मां सिद्धिदात्री से ही प्राप्त होती हैं। माना जाता है कि भगवान शिव ने भी इन्हीं की कृपा से इन सिद्धियों को पाया और अर्धनारीश्वर के रूप में प्रसिद्ध हुए। पंडित अनिल शास्त्री के मुताबिक माता का स्वरूप अत्यंत दिव्य और शांतिदायक है। देवी कमलासन या सिंह पर सवार होकर चार भुजाओं में शंख, चक्र, गदा और कमल पुष्प धारण किए रहती हैं। श्वेत या लाल वस्त्रों में सुसज्जित मां का रूप भक्तों को मधुर वाणी, ज्ञान और शांति प्रदान करता है। देवी को देवी सरस्वती का स्वरूप भी माना जाता है।