Yoga for constipation : कब्ज में दवा चूरन न करें काम तो कर लीजिए ये 3 आसन मिलेगा आराम

कब्ज से बचने के लिए बेशक आप कितनी भी दवा, गोली, चूरन ले लें, लेकिन कुछ खास आराम नहीं मिलता। इस समस्या को जड़ से खत्म करने के लिए तीन आसन जरूर करने चाहिए।

कब्ज से केवल आप और हम नहीं, बल्कि हजारों लोग गुजर रहे हैं। सुबह ठीक से फ्रेश न हो पाने की वजह से दिनभर परेशान रहते हैं। कभी-कभी तो इस समस्या के कारण दूसरों के सामने शर्मिंदा भी होना पड़ता है और यह ऐसी स्थिति है, जिसे चाहकर भी किसी के साथ शेयर नहीं किया जा सकता।

‘पेट अच्छा तो दिन अच्छा’- ये कहावत तो आपने सुनी ही होगी लेकिन पेट अच्छा न हो, तो इसका असर आपके पेट के अलावा मूड पर भी पड़ता है। कब्ज की समस्या तब होती है, जब व्यक्ति को बड़ी आंत को खाली करने में कठिनाई आती है। यह कई बीमारियों का कारण भी है। वैसे तो लोग इससे राहत पाने के लिए तमाम घरेलू उपचार लेते हैं, लेकिन समस्या जड़ से खत्म नहीं होती। लेकिन योग करके इस समस्या से निजात पाई जा सकती है। हम आपको यहां कुछ ऐसे आसन बता रहे हैं, जो कॉन्स्टिपेशन यानि कब्ज को जड़ से खत्म करने के लिए बहुत कारगार माने जाते हैं।

​पवनमुक्तासन ( विंड रिलीविंग पोज)

यह आसन पेट के पाचन तंत्र में बन रही अनावश्यक गैस को बाहर निकालने में बहुत सहायक है। अच्छे पाचन के लिए यह आसन बेस्ट है। खराब पाचन से पीडि़त मरीजों को अक्सर पवनमुक्तासन करने की सलाह दी जाती है।
  1. इसे करने के लिए सबसे पहले योगा मैट पर पीठ के बल श्वसन मुद्रा में लेट जाएं।
  2. अब अपने घुटनों को मोड़ें और पेट के पास ले जाएं।
  3. अंदर की तरफ सांस लें और सांस छोड़ते हुंए दोनों हाथों की उंगलियों को आपस में फंसाएं और दोनों घुटनों को सीने से टच करने की कोशिश करें।
  4. अब अपना सिर उठाते हुए अपनी नाक को घुटनों से टच कीजिए। अपनी क्षमता के अनुसार 10 से 20 सैकंड तक सांस को रोके रखें और फिर सांस छोड़ते हुए रिलेक्स करें।
  5. अब यही पूरी प्रक्रिया दाएं पैर से भी करें। इस आसन को एक राउंड में 4-5 बार आसानी से किया जा सकता है।

​अर्ध चक्रासन- (हाफ व्हील पोज)

कब्ज को चुटकियों में दूर करने के लिए ये आसन बहुत अच्छा माना जाता है। इस आसन को करने के दौरान शरीर की स्थिति आधे पहिये के जैसी होती है। इसलिए इसे अर्धचक्रासन कहते हैं। कब्ज के अलावा ये डायबिटीज और पेट की चर्बी कम करने में भी फायदेमंद है।
  1. सबसे पहले एकदम सीधे खड़े हों।
  2. अब अपने दोनों हाथों को कमर पर रखें और कमर के निचले हिस्से को हथेलियों की मदद से सहारा दें।
  3. सांस अंदर की ओर लें और जितना संभव हो, पीछे की ओर झुकें। कुछ सैकंड तक इस पोजीशन में बने रहें। कोशिश करें कि बॉडी को ज्यादा न झुकाएं। इससे कमर में लचक भी आ सकती है।
  4. अब सांस छोड़ते हुए वापस अपनी पोजीशन में आएं और रिलेक्स करें। अर्धचक्रासन को एक राउंड में 4 से 5 बार दोहराएं।
  5. इसे करते समय अपनी आंखें भूलकर भी बंद न करें, आपको चक्कर आ सकते हैं। बैलेंस न बना पाने की स्थिति में ज्यादा देर तक न झुके रहें।
​भुजंगासन (कोब्रा पोज)

भोजन को सही तरह से पचाने के लिए भुजंगासन बहुत अच्छा तरीका है। इसे सुबह खाली पेट ही करना चाहिए, इससे पाचन तंत्र मजबूत बनता है।
  1. इस आसन को करने के लिए योग मैट पर पेट के बल लेट जाएं। अपने दोनों हाथों को कंधे के बराबर लेकर आएं और दोनों पैरों को कूल्हों की सीध में मिलाएं।
  2. हथेलियों को कंधों के नीचे मैट पर टिकाएं और अंदर की ओर सांस लें। हथेलियों पर दबाव डालें और बॉडी के ऊपरी भाग यानि कमर तक के हिस्से को ऊपर की ओर उठाएं।
  3. छाती और कंधों को ज्यादा से ज्यादा खोलने का प्रयास करें। इस दौरान आपकी कोहनियां मुड़ी होनी चाहिए। जितनी क्षमता हो, उतनी देर तक इस पोजीशन को होल्ड करें।
  4. अब धीरे -धीरे सांस छोड़ते हुए वापस अपनी मुद्रा में वापस आ जाएं। कोहनियों को मैट पर रखें। अब पैर खोल लें और रिलेक्स करें। इस आसन को एक बार में 3-4 बार कर सकते हैं। बहुत फायदा मिलेगा।

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