अगर आप भी रख रहे हैं सोमवार का व्रत तो इन बातों का रखें ध्यान, ऐसे करें फलाहार

नई दिल्ली. आज से सावन महीने के सोमवार के व्रत शुरू हो रहे हैं. पुराणों और शास्त्रों के अनुसार सोमवार के व्रत तीन तरह के होते हैं. सावन सोमवार, सोलह सोमवार और सोम प्रदोष. इन तीनों की सोमवार के व्रत की एक समान ही होती है. खास बात ये है कि तीनों ही सोमवार व्रत की शुरुआत सावन महीने से की जाती है. सावन के सोमवार में आदिदेव शिव और माता पार्वती का पूजन करना लाभकारी माना जाता है.
सावन सोमवार व्रत सूर्योदय से प्रारंभ कर तीसरे पहर तक किया जाता है. धार्मिक कथों के अनुसार सावन के सोमवार व्रत रखने वाले श्रद्धालुओं को प्रातः काल उठकर स्नान आदि करने के बाद व्रत कथा सुननी चाहिए, इसके बाद शिव-पार्वती को भोग लगाकर व्रत की शुरुआत करनी चाहिए. पौराणिक कथाओं के अनुसार सावन के सोमवार के दिन व्रत करने वाले भक्तों को बेलपत्र और दूध शिव को अर्पित करने चाहिए. व्रत करने वाले को दिन में एक बार भोजन करना चाहिए वह भी सूर्यास्त के बाद. इस व्रत में खाने को लेकर सावधानी बरतनी जरूरी होती है.
1. सोमवार को व्रत रखने वाले लोग अक्सर दिन में एक ही बार भोजन करते हैं, लेकिन बहुत सारे लोग जो व्रती होते हैं वह दिन में कई बार फल और फलों का जूस आदि लेते हैं ताकि शरीर में ऊर्जा बनी रहे.
2. व्रत के दौरान 500 से 750 मिलीलीटर दूध या दही और 30 से 50 ग्राम पनीर या चना जरूर ग्रहण करना चाहिए.
3. आप चाहें तो मूंगफली, मखाना आदि भी ले सकते हैं. इसके अलावा दिनभर में 7-8 ग्लास पानी जरूर पीयें.
4. इसके अलावा स्वास्थ्यवर्द्धक सिंघाड़ा, चटपटा फलाहारी उपमा, साबूदाने की शाही खीर या फिर चटपटी भुजिया सेव का भी सेवन व्रत के दौरान कर सकते हैं.