छत्तीसगढ़ में ‘हरेली’ पर शुरू हुई सियासत, ट्विटर पर भिड़े BJP नेता और कांग्रेस विधायक

रायपुर. छत्तीसगढ़ में बीते शुक्रवार को हरेली त्यौहार मनाया गया. ऐसे में प्रदेश में पहली बार सत्ता में आई कांग्रेस सरकरा ने इस अवसर पर सार्वजनिक अवकाश की घोषणा कर दी, जिसे लेकर बीजेपी नेता और पूर्व मंत्री अजय चंद्राकर और कांग्रेस विधायक देवेंद्र यादव आपस में ट्विटर पर ही भिड़ गए. दरअसल, कांग्रेस सरकार ने हरेली त्यौहार के अवसर पर सार्वजनिक अवकाश की घोषणा की थी. जिसे लेकर पूर्व मंत्री अजय चंद्राकर ने ट्वीट करते हुए CM भूपेश बघेल पर निशाना साधा है. ऐसे में अब अजय चंद्राकर के इस ट्वीट को लेकर बीजेपी और कांग्रेस के बीच ट्विटर वार शुरू हो गया है.
दरअसल, हरेली तीज पर CM भूपेश बघेल के सार्वजनिक अवकाश घोषित करने पर अजय चंद्राकर ने ट्वीट करते हुए कहा कि ‘माननीय मुख्यमंत्री जी, आपने 4-5 दिन की छुट्टी घोषित कर दी है. उसमें कल पहली हरेली है. आपसे मेरे कुछ सवाल हैं, शुभकामनाओं के साथ उनके जवाब की अपेक्षा है.’ अपने सवालों में अजय चंद्राकर ने लिखा कि ‘हरेली जब सरकारी तौर पर मना रहे हैं तो बच्चों को भी गेड़ी वितरण करेंगे क्या, उसका खर्च किस मद में जाएगी? और भी छत्तीसगढ़ी त्यौहार पोरा, तीजा, कमरछठ और बहुला चौथ जैसे त्योहारों के लिए क्या योजना है? इन त्योहारों में लगने वाले समानों को जनता को उपलब्ध कराएंगे क्या?’
बीजेपी नेता के इस ट्वीट के बाद कांग्रेस विधायक देवेंद्र यादव ने ट्वीट करते हुए अजय चंद्राकर को मानसिक चिकित्सा की जरूरत बताते हुए एक अस्पताल का पता बताते हुए कहा कि ‘अजय जी, इंस्टिट्यूट ऑफ मेंटल हेल्थ एंड हॉस्पिटल, मथुरा रोड, बिल्लोचपुरा, आगरा उत्तर प्रदेश, 282002. इस एड्रेस को डायरी में नोट कर लीजिए और हो सके तो एक बार चेकअप करा आईए. छत्तीसगढ़ के त्योहारों का उत्सव मनाना, किसान को समृद्ध करना अगर आपको छत्तीसगढ़ विरोधी लगता है तो आप इस एड्रेस का टिकट करा लें. इलाज का खर्च हम उठा लेंगे.’
वहीं दोनों के बीच शुरू हुआ यह ट्विटर वार यहीं खत्म नहीं हुआ. इसके बाद दोनों ही नेताओं ने कई कटाक्ष भरे ट्वीट किए और एक-दूसरे पर निशाना साधा. वहीं अन्य कांग्रेस नेताओं ने भी अजय चंद्राकर के ट्वीट पर आपत्ति जताते हुए उन्हें जमकर खरी खोटी सुनाते हुए उन्हें छत्तीसगढ़ विरोधी तक बता डाला. जिसके बाद अजय चंद्राकर ने भी कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि ‘छत्तीसगढ़िया कौन है और कौन नहीं, इसे लेकर देवेंद्र यादव की अध्यक्षता में एसआईटी का गठन कर देना चाहिये.’