December 2, 2023

जम्‍मू कश्‍मीर के मुख्‍य सचिव बोले- राज्‍य में जान-माल का कोई नुकसान नहीं, स्‍वास्‍थ्‍य-बिजली-पानी सेवाएं बहाल

Read Time:2 Minute, 41 Second

नई दिल्‍ली/श्रीनगर. जम्‍मू कश्‍मीर से अनुच्‍छेद 370 हटने के बाद राज्‍य के मौजूदा हालातों के बारे में मुख्‍य सचिव बीवीआर सुब्रमण्यम ने शुक्रवार को एक प्रेस कॉन्‍फ्रेंस में मीडिया से जानकारियां साझा कीं. मुख्‍य सचिव बीवीआर सुब्रमण्यम ने कहा है कि आतंकी संगठन घाटी में घुसपैठ की फिराक में हैं. साथ ही उन्‍होंने कहा कि कश्‍मीर में सभी इलाकों में बिजली पानी की सुविधाएं बहाल हैं. राज्‍य में अभी तक किसी भी प्रकार का कोई जानमाल का नुकसान नहीं हुआ. इस प्रेस वार्ता में राज्‍य में प्रधान सचिव रोहित कंसल भी मौजूद थे.

मुख्‍य सचिव बीवीआर सुब्रमण्यम ने कहा कि कश्‍मीर घाटी में कोई भी सड़क-हाइवे बंद नहीं है. सरकारी कर्मचारी आज से सुचारू रूप से काम कर रहे हैं.

उन्‍होंने बताया कि राज्‍य में कानून व्‍यवस्‍था बनाए रखने के लिए लोगों की स्‍वतंत्र रूप से आवाजाही और टेलीकॉम कनेक्टिविटी पर प्रतिबंध के अलावा स्कूलों और कॉलेजों को बंद किया गया था. इसके अलावा कानून और व्यवस्था बनाए रखने के लिए कानूनी प्रावधानों के अनुसार, कुछ लोगों को ऐहतियातन व्यक्तियों हिरासत में रखा गया था.

मुख्‍य सचिव द्वारा दी गईं प्रमुख जानकारियां…

-राज्‍य में स्‍वास्‍थ्‍य, बिजली-पानी की सेवाएं बहाल हैं.
-केबल टीवी चल रहा है. 
-न्यूज़ पेपर प्रिंट हो रहे हैं.
-ईद के मौके पर बड़ी संख्‍या में लोग अपने घरों से बाहर आए और त्‍यौहार को सेलिब्रेट किया.
-12 जिलों में हालात पूरे सामान्‍य है. 
-अभी तक किसी भी तरह के जानमाल का नुकसान नहीं हुआ है.
-इस वीकेंड के बाद स्कूल-कॉलेज खोल दिए जाएंगे.
-मूवमेंट रिसट्रिक्‍शन खत्म हो गया है. 
-शुक्रवार से सभी सरकारी ऑफिस खुल गए हैं.
-टेलीकॉम सेवाएं धीरे-धीरे शुरू हो जाएंगी.




Happy
Happy
0 %
Sad
Sad
0 %
Excited
Excited
0 %
Sleepy
Sleepy
0 %
Angry
Angry
0 %
Surprise
Surprise
0 %

Average Rating

5 Star
0%
4 Star
0%
3 Star
0%
2 Star
0%
1 Star
0%

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Previous post धारा 370 के बाद जम्‍मू-कश्‍मीर के लोगों के दिल में जगी बेहतर भविष्‍य की उम्‍मीद
Next post संयुक्‍त राष्‍ट्र में पाकिस्‍तान को बड़ा झटका, कश्‍मीर पर खुली चर्चा की मांग ठुकराई गई
error: Content is protected !!